लखनऊ: आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी सांसद संजय सिंह ने प्रयागराज में अनुसूचित जाति के एक परिवार के साथ हुई घटना पर योगी सरकार को घेरा है. सांसद ने शनिवार को राष्ट्रपति को पत्र भेजा है. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अनुसूचित जाति के एक परिवार के साथ हुई भयावह घटना के संबंध में मिलने के लिए राष्ट्रपति से समय मांगा है.
संजय सिंह का कहना है कि यह घटना हाथरस की घटना से वीभत्स है. पोस्टमार्टम में गैंगरेप की पुष्टि हुई है. यह उत्तर प्रदेश सरकार की घोर लापरवाही का परिणाम है. एक जाति विशेष का पक्ष लेने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने 2019 से लगातार कई शिकायतों के बावजूद इस पर कोई कार्यवाही नहीं की.
प्रयागराज में जमीन की रंजिश में नाबालिग दलित से सामूहिक दुष्कर्म कर पूरे परिवार की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी गई. घटना फाफामऊ थाना क्षेत्र के गांव की है. वारदात को मंगलवार शाम को अंजाम दिया गया. दो दिन तक चारों शव घर में ही पड़े रहे और किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी. मामले की जांच के लिए पुलिस की चार टीमें बनाई गईं हैं. साथ ही क्राइम ब्रांच और एसटीएफ को भी लगाया गया है. मृतक के भाई की तहरीर पर गांव के 11 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस ने छह लोगों को हिरासत में लिया है.
सांसद संजय सिंह का कहना है कि यूपी में कानून व्यवस्था ठीक नहीं है. 2019 से लगातार इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं. जहां जाति विशेष के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है. सांसद ने अपने पत्र में लिखा है कि प्रयागराज में अनुसूचित जाति के एक परिवार के चार लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई. इसमें पति-पत्नी और दो नाबालिग बच्चे शामिल थे. इसमें से नाबालिग किशोरी का हत्यारों ने सामूहिक दुष्कर्म किया और गला गोंटकर उसे मार दिया. परिवार के सदस्य इस घटना की आशंका की सूचना पुलिस को 2019 से देते आ रहे हैं.
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इसी परिवार के कृष्ण भारती ने फौज में रहकर देश सेवा का कार्य किया है. एक देशभक्त फौजी परिवार के साथ इस प्रकार की वीभत्स घटना उत्तर प्रदेश की न्याय व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह उठाता है. यह घटना हाथरस की घटना से भी ज्यादा बर्बर और निर्मम है. उत्तर प्रदेश की वर्तमान सरकार द्वारा हमेशा से ही वंचित समाज की उपेक्षा की गई है. उनका बर्बरतापूर्वक शोषण किया जा रहा है और वर्तमान में उनकी स्थिति बद से बदतर हो रही है.
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