लखनऊ: कोरोनावायरस का संक्रमण प्रदेश में अब तेजी से अपने पांव पसारता चला जा रहा है. इसकी चपेट में अब सीएसआईआर की प्रयोगशाला सीडीआरआई के वैज्ञानिक और शोधार्थी भी आ गए हैं. इसके बाद कोरोना से सुरक्षा की दृष्टि से सीडीआरआई के रिसर्च स्कॉलर्स को घर भेजा जा रहा है और हॉस्टल खाली करवाए जा रहे हैं.
सीएसआईआर की देशभर के 38 प्रयोगशालाएं हैं. इनमें से सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीडीआरआई) एकमात्र ऐसा शोध संस्थान था जो लगातार कार्यरत था, लेकिन प्रदेश और राजधानी में लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों के मद्देनजर यहां पर रह रहे रिसर्च स्कॉलर्स और अन्य शोधार्थियों के सभी हॉस्टल खाली करवाए जा रहे हैं. इसी को देखते हुए सभी को एहतियातन घर भेजा जा रहा है.
जानकारी के अनुसार, शनिवार को सोफिस्टिकेटेड एनालिटिकल इंस्ट्रूमेंट फैसिलिटी डिवीजन के सीनियर साइंटिस्ट में कोरोनावायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है. उनके सीधे संपर्क में आए तीन रिसर्च स्कॉलर कोरोना संदिग्ध माने जा रहे हैं. इसके बाद उस डिवीजन में काम कर रहे अन्य सभी शोधार्थियों और रिसर्च फेलो की स्क्रीनिंग और कोरोनावायरस के सैंपल जांच के लिए भेजने की तैयारी की जा रही है. इन सब के साथ-साथ यह सारे वैज्ञानिक किन लोगों के सीधे संपर्क में आए और किससे मिले इसकी सूची भी तैयार की जा रही है, जिससे उनकी भी स्क्रीनिंग करवाई जा सके.
सीडीआरआई में कुछ दिनों पहले भी एडमिनिस्ट्रेशन की 50 वर्षीय महिला कर्मचारी में भी कोरोनावायरस की पुष्टि हुई थी. इसके बाद गंभीर संक्रमण होने के चलते उनकी मृत्यु हो गई थी.
बताते चलें कि सीडीआरआई में देशभर से रिसर्च स्कॉलर और साइंटिस्ट काम करते हैं. यह सभी लॉकडाउन के दौरान भी लगातार अपनी सेवाएं दे रहे थे और उसके मद्देनजर उनके सुरक्षा के इंतजाम भी किए गए थे, लेकिन सीडीआरआई प्रशासन के अनुसार अब हालात बिगड़ते जा रहे हैं इसलिए सभी की सुरक्षा के मद्देनजर उनको अपने-अपने राज्यों और शहरों में भेजा जा रहा है. सीडीआरआई में हॉस्टल खाली करने के निर्देश गुरुवार को ही दे दिए गए थे. गौरतलब है कि शोधार्थियों और विद्यार्थियों के चले जाने से सीडीआरआई की कार्यशैली बुरी तरह से प्रभावित होगी.