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यूपी में कोरोना के 6895 नए मामले, एक्टिव मामलों की संख्या 67 हजार के पार

उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 6895 नए मामले सामने आए हैं. अब प्रदेश में कोरोना के एक्टिव मामलों की सख्या 67 हजार से अधिक हो गई है. वहीं कोरोना से अब तक प्रदेश में 4604 लोगों की मौत भी हो चुकी है.

यूपी में कोरोना के 6895 नए मामले.
यूपी में कोरोना के 6895 नए मामले.
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Published : Sep 15, 2020, 7:00 PM IST

लखनऊ: राजधानी सहित पूरे प्रदेश में कोरोना के मामलों में रोजाना बढ़ोतारी हो रही है. पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश में कोरोना के 6895 नए मामले सामने आए हैं. प्रदेश में कोरोना के कुल 67 हजार 335 एक्टिव केस हैं, जिनका प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है. वहीं प्रदेश में पिछले 24 घंटे में स्वस्थ होने के बाद 6680 संक्रमितों को डिस्चार्ज किया गया है. इसी के साथ प्रदेश में कोरोना के डिस्चार्ज होने वाले मरीजों की संख्या 2 लाख 52 हजार 97 हो गई है. संक्रमण की चपेट में आने से प्रदेश में अब तक 4604 लोगों की मौत भी हो चुकी है.

प्रदेश के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि सोमवार को देश में 1 लाख 48 हजार 818 सैंपल की जांच की गई है. प्रदेश में अब तक कुल 77 लाख 84 हजार 281 सैंपल की जांच की जा चुकी है. प्रदेश में 35 हजार 293 लोग इस समय आइसोलेशन में हैं. अब तक 1 लाख 61 हजार 273 लोग होम आइसोलेशन में गए हैं. उनमें से 1 लाख 25 हजार 980 लोग स्वस्थ हो चुके हैं. उन्होंने बताया कि 11 करोड़ से अधिक लोगों का सर्विलांस किया गया है.

प्रदेश में 64353 कोविड-19 हेल्प डेस्क स्थापित की गई हैं. इन कोविड हेल्प डेस्क के माध्यम से सात लाख 43 हजार 354 लक्षणात्मक व्यक्तियों को चिह्नित किया गया है. उन्होंने बताया कि प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में 13 सितंबर को 6553 बच्चों का जन्म हुआ है. इनमें से 6398 नार्मल डिलीवरी और 155 सिजेरियन डिलीवरी हुई है. मसलन कुल केसों की तुलना में सिजेरियन प्रसव महज 2.56 फीसदी ही है.


अक्टूबर में चलेगा संचारी रोग नियंत्रण अभियान
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि सीएम योगी ने मंगलवार को संचारी रोग नियंत्रण अभियान को लेकर अंतरविभागीय बैठक की. अक्टूबर माह में प्रदेश में संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जाएगा. इसमें कई विभागों की अहम भूमिका होती है. स्वास्थ्य विभाग इसका नेतृत्व करता है. इसके साथ चिकित्सा शिक्षा, ग्राम विकास, पंचायती राज, शिक्षा विभाग, माध्यमिक, बेसिक, नगर निगम, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, दिव्यांग कल्याण विभाग और सूचना विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका होती है.

संचारी रोगों में आई भारी गिरावट, मौत में भी कमी
उन्होंने इस साल 1 जनवरी से 14 सितंबर के बीच संचारी रोग के आंकड़े के बारे में भी जानकारी दी. अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि जापानी बुखार के 38 मामले आए हैं, जबकि इसी अवधि में पिछले वर्ष 92 केस सामने आए थे. पिछले वर्ष इस अवधि में चार लोगों की मृत्यु हुई थी. इस साल दो की मृत्यु हुई है. जहां तक एईएस का सवाल है, इसमें पिछले वर्ष एक जनवरी से 14 सितंबर तक 1241 केस सामने आए थे. इस साल 709 केस आये हैं. एईएस से पिछले साल 44 मौत हुई थी. वहीं इस वर्ष अब तक केवल 22 लोगों की मौत हुई है.

पिछले साल डेंगू के 693 और इस साल 80 केस
उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष प्रदेश में डेंगू के 693 केस सामने आए थे. वहीं इस साल अभी तक डेंगू के केवल 80 मामले ही सामने आए हैं. इसी प्रकार कालाजार में पिछले वर्ष 72 केस आये थे, जो इस बार अभी तक केवल 38 केस हैं. उन्होंने बताया कि मलेरिया में पिछले वर्ष 14 सितंबर तक 39 हजार 987 केस रिकॉर्ड किए गए थे. इस वर्ष अभी तक मलेरिया के 11 हजार 233 मामले दर्ज किए गए हैं. इसी प्रकार इन्फ्लूएंजा एच-1 एन-1 के पिछले साल 2009 केस सामने आए थे. इस वर्ष केवल 252 केस अभी तक दर्ज किए गए हैं.


अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन का अभियान चलाया जा रहा है. इसके कोरोना के साथ अन्य संक्रमण की बीमारियों को भी रोकने में मदद मिली है. सितंबर से नवंबर माह तक का समय संक्रामक बीमारियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है. इस दौरान बीमारियों का प्रकोप बढ़ता है. इसलिए सावधानी बरतने की आवश्यकता है.

लखनऊ: राजधानी सहित पूरे प्रदेश में कोरोना के मामलों में रोजाना बढ़ोतारी हो रही है. पिछले 24 घंटे के दौरान प्रदेश में कोरोना के 6895 नए मामले सामने आए हैं. प्रदेश में कोरोना के कुल 67 हजार 335 एक्टिव केस हैं, जिनका प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है. वहीं प्रदेश में पिछले 24 घंटे में स्वस्थ होने के बाद 6680 संक्रमितों को डिस्चार्ज किया गया है. इसी के साथ प्रदेश में कोरोना के डिस्चार्ज होने वाले मरीजों की संख्या 2 लाख 52 हजार 97 हो गई है. संक्रमण की चपेट में आने से प्रदेश में अब तक 4604 लोगों की मौत भी हो चुकी है.

प्रदेश के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि सोमवार को देश में 1 लाख 48 हजार 818 सैंपल की जांच की गई है. प्रदेश में अब तक कुल 77 लाख 84 हजार 281 सैंपल की जांच की जा चुकी है. प्रदेश में 35 हजार 293 लोग इस समय आइसोलेशन में हैं. अब तक 1 लाख 61 हजार 273 लोग होम आइसोलेशन में गए हैं. उनमें से 1 लाख 25 हजार 980 लोग स्वस्थ हो चुके हैं. उन्होंने बताया कि 11 करोड़ से अधिक लोगों का सर्विलांस किया गया है.

प्रदेश में 64353 कोविड-19 हेल्प डेस्क स्थापित की गई हैं. इन कोविड हेल्प डेस्क के माध्यम से सात लाख 43 हजार 354 लक्षणात्मक व्यक्तियों को चिह्नित किया गया है. उन्होंने बताया कि प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में 13 सितंबर को 6553 बच्चों का जन्म हुआ है. इनमें से 6398 नार्मल डिलीवरी और 155 सिजेरियन डिलीवरी हुई है. मसलन कुल केसों की तुलना में सिजेरियन प्रसव महज 2.56 फीसदी ही है.


अक्टूबर में चलेगा संचारी रोग नियंत्रण अभियान
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि सीएम योगी ने मंगलवार को संचारी रोग नियंत्रण अभियान को लेकर अंतरविभागीय बैठक की. अक्टूबर माह में प्रदेश में संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जाएगा. इसमें कई विभागों की अहम भूमिका होती है. स्वास्थ्य विभाग इसका नेतृत्व करता है. इसके साथ चिकित्सा शिक्षा, ग्राम विकास, पंचायती राज, शिक्षा विभाग, माध्यमिक, बेसिक, नगर निगम, कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, दिव्यांग कल्याण विभाग और सूचना विभाग की महत्वपूर्ण भूमिका होती है.

संचारी रोगों में आई भारी गिरावट, मौत में भी कमी
उन्होंने इस साल 1 जनवरी से 14 सितंबर के बीच संचारी रोग के आंकड़े के बारे में भी जानकारी दी. अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि जापानी बुखार के 38 मामले आए हैं, जबकि इसी अवधि में पिछले वर्ष 92 केस सामने आए थे. पिछले वर्ष इस अवधि में चार लोगों की मृत्यु हुई थी. इस साल दो की मृत्यु हुई है. जहां तक एईएस का सवाल है, इसमें पिछले वर्ष एक जनवरी से 14 सितंबर तक 1241 केस सामने आए थे. इस साल 709 केस आये हैं. एईएस से पिछले साल 44 मौत हुई थी. वहीं इस वर्ष अब तक केवल 22 लोगों की मौत हुई है.

पिछले साल डेंगू के 693 और इस साल 80 केस
उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष प्रदेश में डेंगू के 693 केस सामने आए थे. वहीं इस साल अभी तक डेंगू के केवल 80 मामले ही सामने आए हैं. इसी प्रकार कालाजार में पिछले वर्ष 72 केस आये थे, जो इस बार अभी तक केवल 38 केस हैं. उन्होंने बताया कि मलेरिया में पिछले वर्ष 14 सितंबर तक 39 हजार 987 केस रिकॉर्ड किए गए थे. इस वर्ष अभी तक मलेरिया के 11 हजार 233 मामले दर्ज किए गए हैं. इसी प्रकार इन्फ्लूएंजा एच-1 एन-1 के पिछले साल 2009 केस सामने आए थे. इस वर्ष केवल 252 केस अभी तक दर्ज किए गए हैं.


अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि प्रदेश में स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन का अभियान चलाया जा रहा है. इसके कोरोना के साथ अन्य संक्रमण की बीमारियों को भी रोकने में मदद मिली है. सितंबर से नवंबर माह तक का समय संक्रामक बीमारियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है. इस दौरान बीमारियों का प्रकोप बढ़ता है. इसलिए सावधानी बरतने की आवश्यकता है.

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