लखनऊ: यूपी में वैक्सीनेशन का अभियान जारी है. बुजुर्गों, वयस्कों के साथ-किशोरों का टीकाकरण जारी है. सोमवार को 15 से अधिक और 18 वर्ष से कम के 57 फीसदी को पहली डोज लग गई है.
97.78 फीसद को लगी पहली डोज
18 वर्ष से ऊपर की 97.78 फीसदी आबादी को पहली डोज लग गई है. वहीं 65.31 फीसदी को दूसरी डोज लग गई. वहीं यूपी में वैक्सीन से वंचित रहे लोगों की घर-घर खोज की जा रही है. पहली और दूसरी डोज के छूटे लोगों की लिस्ट बनाकर उन्हें डोज लगाई जा रही है. ऐसे ही दिव्यांग और निराश्रित लोगों को भी वैक्सीन की डोज देने के निर्देश दिए गए हैं.
ऑन द स्पॉट पंजीकरण
यूपी में क्षेत्रों को क्लस्टर में बांटकर दोबारा टीकाकरण शुरू किया गया. इसमें दूसरी डोज लगाने के काम पर भी जोर दिया जा रहा है. इसमें फिक्स बूथ के अलावा कैम्प और घर-घर वैक्सीन की ड्राइव चलाई जा रही है. जिन इलाकों में क्लस्टर बनाकर पहली डोज लगाई गई है, उन क्षेत्रों में अब दूसरी डोज भी लगाई जा रही हैं. मौके पर ही पंजीकरण हो रहा है.
25 करोड़ से ज्यादा को लगी वैक्सीन की पहली डोज
18,594 केंद्रों पर टीकाकरण शुरू किया गया है. इसमें 18,514 सरकारी और 80 निजी केंद्र बनाए गए हैं. इस दौरान 12 लाख को वैक्सीन लगी. यूपी में कुल 25 करोड़ 26 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लग गई. वहीं दूसरी डोज लेने वालों की तादाद 9 करोड़ 69 लाख के पार हो गई. पहली डोज 15 करोड़ 26 लाख से ज्यादा को लगी.
8 लाख से ज्यादा को लगी बूस्टर डोज
राज्य में 10 जनवरी से बूस्टर डोज लगना शुरू हुई. पहले चरण में हेल्थ वर्कर, फ्रंटलाइन वर्कर और 60 वर्ष से ऊपर के नागरिकों को तीसरी डोज लगाई जा रही है. इसमें पुलिसकर्मी भी शामिल हैं. अब तक 8 लाख को बूस्टर डोज लगाई गई. वहीं 79 लाख किशोरों को पहली डोज लग गई.
वैक्सीनेशन से छूटे बच्चे-बुजुर्गों की खोज
राज्य में कोरोना का प्रकोप कायम है, वहीं बुखार के मरीजों की तादाद भी बढ़ गई है. ऐसे में सरकार ने 6 दिवसीय मेडिसिन किट वितरण का अभियान शुरू किया है. साथ ही वैक्सीनेशन से छूटे बुजुर्ग और बच्चों की लिस्ट बनाने के निर्देश दिए हैं.