लखनऊः राजधानी में चल रहे आरएस एसोसिएट एंड संस चला रहे लोगों के खिलाफ कुछ लोगों ने ठगी की शिकायत दर्ज करायी है. राम प्रकाश सिंह, संजय कुमार, राम आसरे, विनय कुमार और धर्मेंद्र कुमार सिंह ने फर्म के मालिकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया है. बताया जा रहा है कि फर्म चला रहे सुरेश कुमार, कमलावती, घनश्याम वर्मा, बलवंत सिंह के साथ अरविंद कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा में केस दर्ज कराया है. जिसमें बताया गया है कि इन लोगों ने यूपी के 75 जिलों में ड्रिंकिंग एंड वॉटर कनेक्शन यूनिट लगाने का ठेगा देने के नाम पर जालसाजी की है. उन्होंने लोगों को टेंडर देने के नाम पर भारत सरकार की लाट लगी हुई कूटरचित दस्तावेज दिखाते हुए करोड़ों रुपये की ठगी की है.
पांच शातिर जालसाज
मिली जानकारी के मुताबिक पांचों शातिर जालसाजों ने 75 जिलों में ड्रिंकिंग एंड वॉटर कनेक्शन यूनिट लगाने का ठेका दिलाने के नाम पर फायदा उठाया. उन्होंने लोगों को टेंडर देने के नाम पर भारत सरकार की लाट लगी हुई कूटरचित दस्तावेज दिखाते हुए ठेकेदारों को कई गुना लाख का प्रलोभन दिया था. पीड़ितों ने बताया है कि शातिर ठग प्रलोभन देकर यूनिट लगाने के स्थानों का निरीक्षण करता था. इसके साथ ही पूरे विश्वास में लेकर उनकी गाढ़ी कमाई को बतौर सिक्योरिटी जमा कराकर करोड़ों रुपए हड़प लिये. वहीं पीड़ितों का आरोप है कि जब इन लोगों ने अपना पैसा मांगा, तो वो जान से मारने की धमकी देने लगे.
ठगी कर करोड़ों रुपये हड़पे
गोमती नगर इंस्पेक्टर धीरज कुमार ने बताया कि गोमती नगर में सुरेश कुमार, कमलावती, घनश्याम वर्मा, बलवंत सिंह और अरविंद कुमार मिलकर आर एस एसोसिएट एंड संस नाम का फर्म चलाते हैं. इन्होंने लोगों को मिनरल वाटर का सरकार की तरफ से टेंडर दिलाने की बात कह कर मौके का निरीक्षण किया और उनको अपने विश्वास में लेते हुए ठगी की. जिसमें बस्ती निवासी रामप्रकाश सिंह से दो करोड़ 81 लाख 9800 रुपये, संजय कुमार चौधरी हजरतगंज निवासी से 83 लाख 12,600 रुपये, राम आसरे बस्ती निवासी से 90 लाख रुपये, विनय कुमार चिनहट निवासी से 24 लाख तो वहीं धर्मेंद्र कुमार सिंह फैजाबाद रोड निवासी से एक करोड़ 5 लाख 85 हजार 80 रुपये ठग लिये. जिस पर इन सभी ठेकेदारों की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. उन्होंने बताया इस मामले में पुलिस ने 29 दिसंबर 2020 को कमलावती, घनश्याम वर्मा, बलवंत सिंह और अरविंद कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. वहीं शुक्रवार को सुरेश कुमार भी पुलिस गिरफ्त में आ गया है, उसे भी जेल भेज दिया गया है. फिलहाल इस मामले की जांच की जा रही है.