लखनऊ: कोरोना वायरस के संक्रमण को कम करने और बचाव के लिए पूरे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित किया गया है. इस दौरान लोगों को केवल जरूरी काम के लिए ही घर से बाहर निकलने का निर्देश केंद्र और राज्य सरकार की ओर से दिया गया है. वहीं लॉकडाउन के कारण दूसरे शहरों और राज्यों में काम कर रहे दिहाड़ी मजदूरों को रोजी- रोटी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
इस समस्या को देखते हुए ईटीवी भारत ने अपना हेल्पलाइन नंबर जारी किया है, जिससे परेशानी में फंसे लोगों तक मदद पहुंच सके. ऐसे में मंगलवार सुबह ईटीवी भारत को करीब 40 मजदूरों और उनके साथ कुछ बच्चों के भूखे होने की सूचना मिली. जिसके बाद ईटीवी भारत की पहल पर ग्रामीणों की मदद से मजदूरों के लिए खाने की व्यवस्था की गई.
ईटीवी भारत से बातचीत में राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज विकास खंड के तहत आने वाले गांव शेरपुर लवल में रूके मजदूरों ने बताया कि वह यहां पिछले कई दिनों से प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत सड़क निर्माण कार्य में लगे हुए हैं. लॉकडाउन होने के बाद काम बंद हो गया.
मजदूरों ने बताया, कि दो दिन से वह भूखे हैं और ग्राम प्रधान और ठेकेदार ने जो राशन मुहैया कराया था, वह भी खत्म हो गया. वहीं एक ग्रामीण ने बताया, कि उसे गांव के ही एक सदस्य से जानकारी मिली कि परेशानी में फंसे गरीब और मजदूरों की मदद के लिए ईटीवी भारत ने हेल्पलाइन नंबर शुरु किया है. जिसके बाद उसने फोन कर सूचना दी.
लॉकडाउन के कारण बहुत से लोग जगह-जगह फंसे हुए हैं. ऐसे में इन लोगों के पास स्थानीय प्रशासन लगातार खाने आदि की व्यवस्था पहुंचा रहा है. वहीं ईटीवी भारत में भी अपना हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. जिससे की लोगों तक आसानी से मदद पहुंच सके.