लखनऊ: उत्तर प्रदेश एसटीएफ को रविवार को अंतरराज्यीय स्तर पर अवैध मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले गिरोह को पकड़ने में सफलता हाथ लगी है. एसटीएफ को कई दिनों से सूचना मिल रही थी कि विशाखापट्टनम के रास्ते गांजे की तस्करी पश्चिम उत्तर प्रदेश और हरियाणा को हो रही है. सूचना के आधार पर फतेहपुर और सोनभद्र दो अलग-अलग जिलों से 4 मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले तस्करों को गिरफ्तार किया गया है. इनके कब्जे से 584 किलो गांजा बरामद हुआ है. इसकी अनुमानित कीमत करीब 1 करोड़ 40 लाख रुपये है. पकड़े गए लोगों के कब्जे से दो बड़े ट्रक और 6 मोबाइल भी बरामद हुए हैं.
पकड़ा गया डेढ़ करोड़ का गांजा
उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने सूचना के आधार पर सोनभद्र और फतेहपुर जनपद से दो अलग-अलग टीमों के माध्यम से 584 किलो गांजा बरामद किया है. फतेहपुर के खागा से 290 किलो गांजा तो वहीं सोनभद्र ओबरा से 294 किलो गांजा बरामद हुआ है. इस दौरान 4 गांजा तस्कर भी पकड़े गए हैं. पकड़े गए तस्कर काफी दिनों से विशाखापट्टनम के रास्ते गांजे की तस्करी का काम कर रहे थे, जो पश्चिम उत्तर प्रदेश और हरियाणा को भेजा जाता था.
ड्राइवर की सीट के नीचे बनाया था गुप्त केबिन
मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले बड़े ही शातिर तरीके से गांजे की तस्करी का काम कर रहे थे. पकड़े गए दोनों ट्रकों में गांजा एक ही जगह से बरामद हुआ है. ड्राइवर के केबिन में एक गुप्त जगह बनाई गई थी, जहां छिपाकर गांजा रखा जाता था. गांजे की तस्करी के काम में कई और लोग भी लिप्त हैं, जिनकी तलाश एसटीएफ को है. पकड़े गए लोगों से पूछताछ भी हो रही है.
गांजा तस्करों की संपत्ति होगी कुर्क
एसपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि सोनभद्र से बरामद गांजा उड़ीसा से तस्करी करके उत्तर प्रदेश के सोनभद्र होते हुए जौनपुर ले जाया जा रहा था. बरामद गांजा की कीमत लगभग 30 लाख रुपये है. पुलिस ने दो तस्करों को भी गिरफ्तार किया है. एसपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्तों से पूछताछ की जा रही है, जिससे पूरे गैंग का पता लगाया जा सके. पकड़े गए अभियुक्तों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई की जाएगी और गांजा तस्करी करके बनाई गई संपत्ति की कुर्की भी की जाएगी.