लखनऊ: यूपी में कोरोना महामारी का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है. यहां हर रोज हजारों मरीज चपेट में आ रहे हैं. शनिवार को 38 हजार से ज्यादा मरीज मिले. वहीं 223 लोगों की मौत हो गई. वहीं, महामारी की लहर में कोविड टीकाकरण अभियान भी डगमगा गया है.
ये हैं आंकड़े
राज्य में कोरोना का प्रकोप थम नहीं रहा है. गुरुवार को 34 हजार, 379 मरीज मिले और 195 मरीजों की मौत हुई. वहीं शुक्रवार को 37, 238 मरीज एक दिन में मिले. इसी दिन 199 मरीजों की संक्रमण ने जान ली. शनिवार को 38,055 लोग बीमारी की गिरफ्त में आए. 223 की कोरोना संक्रमण ने जान ले ली. यह साल भर में सबसे ज्यादा आंकड़ा रहा. ऐसे में श्मशान घाट पर लाशों की लाइन लगी रहीं. दाहसंस्कार के लिए भी वेटिंग रही. इसके अलावा हजारों मरीजों के चपेट में आने से इलाज की व्यवस्था ध्वस्त रही. शनिवार को ऑक्सीजन का एक टैंक ट्रेन से पहुंच गया. इसमें 16 मीट्रिक टन ऑक्सीजन आई है. वहीं लखनऊ में हर रोज लगभग 65 मीट्रिक ऑक्सीजन की डिमांड है. दावा है कि इसमें 56 मीट्रिक टन की उपलब्धता पहले से है. ऐसे में 16 मीट्रिक टन आने से स्थितयां 24 घण्टे के लिए सामान्य हो जाएंगी. हालांकि इसके बाद भी शाम तक कई निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन नहीं पहुंच सकी थी. ऐसे में नए मरीजों को भर्ती नहीं किया गया. वहीं, बिना डॉक्टर के पर्चे पर आमजन को सिलिंडर नहीं मिला. ऐसे में खरीदने पहुंचे लोगों ने प्लांट पर हंगामा किया.
लखनऊ में एक दिन में 42 की मौत, संक्रमित से ज्यादा वायरस को हराने वाले
प्रदेश में हर रोज हजारों मरीज संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं. हालांकि तमाम लोग वायरस को हरा भी रहे हैं. शुक्रवार को यूपी में 23, 231 मरीजों ने कोरोना को हराने में सफलता हासिल की है. ऐसे ही लखनऊ में दूसरे दिन भी संक्रमित से अधिक वायरस को हराने वालों की संख्या रही. यहां 5,461 पॉजिटिव हुए, वहीं 5,799 ने वायरस को मात दी. उधर, अब तक एक दिन में सर्वाधिक 42 की मौत हो चुकी है. वर्तमान में 2,88,144 मरीज एक्टिव हैं. यह प्रदेश में सर्वाधिक सक्रिय मरीजों की संख्या रही है.
कैसे बढ़ा प्रकोप
दिन | मरीज | मौत |
4अप्रैल | 4164 | 31 |
5अप्रैल | 3,999 | 13 |
6 अप्रैल | 5,928 | 30 |
7 अप्रैल | 6,023 | 40 |
8 अप्रैल | 8,490 | 39 |
9 अप्रैल | 9,695 | 37 |
10 अप्रैल | 12,787 | 48 |
11 अप्रैल | 15,353 | 67 |
12 अप्रैल | 13,685 | 72 |
13 अप्रैल | 18,021 | 85 |
14 अप्रैल | 20,510 | 68 |
15 अप्रैल | 22,429 | 104 |
16 अप्रैल | 27,426 | 103 |
17 अप्रैल | 27,357 | 120 |
18 अप्रैल | 30,596 | 129 |
19 अप्रैल | 28,287 | 167 |
20 अप्रैल | 29,753 | 163 |
21 अप्रैल | 33,214 | 187 |
22 अप्रैल | 34,379 | 195 |
23 अप्रैल | 37,238 | 199 |
24 अप्रैल | 38,055 | 223 |
इसे भी पढ़ेंः अगले कुछ हफ्तों में कोरोना के मामलों में आएगी गिरावट : एक्सपर्ट
प्रतिदिन सवा लाख ही लग पा रहीं वैक्सीन
राज्य में कोरोना का प्रकोप छाया हुआ है. ऐसे में टीकाकरण अभियान भी डगमगा गया है. पहले जहां एक दिन में चार से पांच लाख लोगों को टीकाकरण हो रहा था, वहीं पिछले तीन दिनों में एक से डेढ़ लाख के बीच ही वैक्सीनेशन हो पा रहा है. स्थिति यह है 21 तारीख को 1, 23, 988 लोगों को टीका लगा. वहीं 22 अप्रैल को 1,63,020 लोगों को टीका लगा. 23 अप्रैल को 1,61,811 लोगों को टीका लगा. 24 अप्रैल को शाम तक एक लाख लोगों को टीका लगाया गया. राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. अजय घई के मुताबिक वायरस का प्रकोप बढ़ गया है. ऐसे में एएनएम, आशा की ड्यूटी स्क्रीनिंग में लग गई है. वहीं तमाम लोग संक्रमित हैं. ऐसे लोगों को वैक्सीन नहीं लगाई जा सकती है. इन्हीं दो कारणों से टीकाकरण का ग्राफ घटा है.