लखनऊ: श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से आए लोगों को उनके घर पहुंचाने में लगे ड्राइवर- कंडक्टरों को व्यक्तिगत खर्च के लिए रोजाना ही 300 रुपये दिए जाएंगे. यह रुपये उन्हें सैलरी के अतिरिक्त दिए जाएंगे. परिवहन निगम के एमडी डॉ. राजशेखर ने इसके लिए क्षेत्रीय प्रबंधकों को निर्देशित किया है. व्यक्तिगत खर्च के लिए 300 रुपये मिलने से चालक-परिचालकों को काफी सुविधाएं मिलेंगी. एमडी ने ये निर्णय लॉकडाउन में ड्राइवर-कंडक्टरों को ड्यूटी करने के चलते लिया है.
प्रदेश के कई रीजन और डिपो में ड्राइवर-कंडक्टर को व्यक्तिगत खर्चे के लिए रुपये देना भी प्रारंभ कर दिया गया है, लेकिन लखनऊ रीजन के ड्राइवर-कंडक्टरों के हाथ अभी भी खाली हैं.
रोडवेज के चालक-परिचालकों को व्यक्तिगत खर्चे के लिए मिलेंगे 300 रुपये
रोडवेज के चालक-परिचालक अपनी जान जोखिम में डालकर इन दिनों दूरदराज से आने वाले लोगों को उनके घर तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं. ड्राइवर-कंडक्टर हतोत्साहित न हों इसके लिए रोडवेज के एमडी डॉ. राजशेखर ने व्यक्तिगत खर्चे के तौर पर नियमित और संविदा चालक-परिचालकों को प्रतिदिन 300-300 रुपए व्यक्तिगत खर्चे के तौर पर देने के लिए सभी क्षेत्रीय प्रबंधकों को निर्देशित किया है.
लखनऊ रीजन में अभी तक नहीं हुआ आदेश लागू
1 मई से लेकर 31 मई तक सभी ड्राइवर-कंडक्टर को यह राशि दी जानी है. कानपुर के किदवई नगर डिपो और गोरखपुर के बस्ती डिपो में ड्राइवर-कंडक्टर को व्यक्तिगत खर्चे के लिए यह राशि दी जानी शुरू भी हो गई है, लेकिन लखनऊ रीजन में अभी तक यह आदेश लागू नहीं हुआ है.
इसे लेकर ईटीवी भारत ने लखनऊ रीजन के क्षेत्रीय प्रबंधक पल्लव कुमार बोस से बात की. 'ईटीवी भारत' को उन्होंने बताया कि जल्द ही आदेश लागू किया जाएगा. जिसके बाद सभी चालक-परिचालकों को व्यक्तिगत खर्चे के लिए 300 रुपये दिए जाएंगे.
रोडवेज के चालक-परिचालक बोले- नहीं मिले हैं रुपये
वहीं जब हमने रोडवेज के चालक-परिचालकों से बात की तो प्रदीप पांडेय ने बताया कि 250 रुपये प्रति ड्यूटी के लिए पूर्व में आदेश जारी किया गया था, लेकिन 1 मई से 31 मई तक 300 रुपये प्रतिदिन व्यक्तिगत खर्चे के लिए दिए जाने का आदेश एमडी ने जारी किया है. अभी तक हमें किसी भी ड्यूटी का कोई भी पैसा नहीं मिला है.