लखनऊ : प्रदेश में आयुष कॉलेजों की काउंसिलिंग मंगलवार से शुरू हो गई है. पहली काउंसिलिंग में 2355 सीटें खाली रह गई हैं. प्रदेश में स्वीकृत 6939 सीटों के सापेक्ष 4584 छात्रों ने ही पंजीयन के बाद धरोहर राशि जमा की है. खास बात यह है कि निजी ही नहीं, बल्कि सरकारी कॉलेजों की सीटें भी खाली रह गई हैं.
वर्ष 2023 में बीएएमएस, बीएचएमएस और बीयूएमएस की सरकारी क्षेत्र की 1459 और निजी क्षेत्र की 5480 सीटों को मान्यता मिली है. पहले चरण की काउंसिलिंग के लिए 5153 छात्रों ने पंजीयन किया, लेकिन धरोहर राशि 4584 छात्रों ने ही जमा की है. इसमें सरकारी क्षेत्र की सीटों के लिए 1050 और निजी क्षेत्र के लिए 3534 छात्रों ने धरोहर राशि जमा की है. इस तरह सरकारी क्षेत्र की 409 और निजी क्षेत्र की 1946 सीटें खाली रह गई हैं. काउंसिलिंग कमेटी के सचिव प्रो. अरविंद कुमार वर्मा ने बताया कि "खाली सीटों का विवरण जुटाया जा रहा है. च्वॉइस फिलिंग के बाद कॉलेजवार सूची तैयार की जाएगी. फिर दूसरी काउंसिलिंग में इसे भरा जाएगा. अभी पहले चरण की काउंसलिंग कराने वाले छात्रों के प्रमाणपत्रों की जांच की जा रही है. अभी तक 4439 के प्रमाणपत्र सत्यापित हुए हैं." वहीं प्रदेश में बीएएमएस, बीएचएमएस, बीयूएमएस कोर्स के लिए पहले चरण की काउंसिलिंग में 18 से 21 जनवरी तक च्वॉइस फिलिंग होगी. नोडल सेंटर पर मूल अभिलेखों के सत्यापन का समय 24 जनवरी से 29 जनवरी तक होगा. दाखिले का समय 25 जनवरी से एक फरवरी को शाम पांच बजे तक रखा गया है.
स्वास्थ्य विभाग तैयार : जी-20 को लेकर स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी तेज कर दी है. सम्मेलन में आने वालों की सेहत का ख्याल रखने के लिए डॉक्टर व पैरमेडिकल स्टाफ की टीम मुस्तैद रहेगी. कार्यक्रम स्थल पर भी इमरजेंसी सुविधाओं से लैस टीम मुस्तैद रहेगी. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने नौ जिलों से डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ की टीम मांग की है. फरवरी के दूसरे सप्ताह में जी-20 सम्मेलन गोमतीनगर स्थित निजी होटल में होगा. इसमें 20 देशों से मेहमान आएंगे. ऐसे में मेहमानों की सेहत का ख्याल रखने के लिए पीजीआई, लोहिया संस्थान, केजीएमयू, लोहिया व सिविल समेत दूसरे अस्पतालों में अलर्ट कर दिया गया है. इसके अलावा लखनऊ से सटे नौ जिलों डॉक्टर-पैरामेडिकल स्टाफ की मांग की गई है.
मांगे गए विशेषज्ञ डॉक्टर : अधिकारियों ने बताया कि "प्रत्येक जिलों से दो मेडिकल ऑफिसर, दो विशेषज्ञ, पांच नर्स व पांच पैरामेडिकल स्टाफ की मांग की गई है. डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ की टीम होटल में मुस्तैद रहेगी. किसी भी प्रकार की अनहोनी से निपटने के लिए टीमें मुस्तैद रहेंगी. एम्बुलेंस भी खड़ी रहेंगी. जरूरी दवाओं की खेप भी मौके पर रहेगी. ईसीजी समेत पैथोलॉजी जांच की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी. 24 घंटें स्वास्थ्य सेवाओं को अलर्ट रहने की निर्देश दिए गए हैं." सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि "जी-20 को लेकर स्वास्थ्य विभाग तैयारियों में जुटा है. सभी अस्पतालों की इमरजेंसी समेत दूसरी स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर रखने के लिए कहा गया है."