लखनऊः देश की हजारों गरीब और बेसहारा महिलाएं धीरे-धीरे स्वावलंबी बन रही हैं और उन्हें स्वावलंबी बनाने का काम कर रहा है जन शिक्षण संस्थान. केंद्र सरकार के कौशल विकास कार्यक्रम के तहत जन शिक्षण संस्थान खोला गया है. इसमें बेरोजगार, गरीब, असहाय और जरूतमंद युवतियों और गरीब महिलाओं को विभिन्न प्रकार से प्रशिक्षित किया जा रहा है. उनका स्किल डेवलप करने के साथ ही स्वावलंबी बनाया जा रहा है. अब तक इस संस्थान ने करीब 20 हजार महिलाओं को स्वावलंबी बनाया है. इसमें 10 हजार महिलाएं अभी वर्तमान में काम कर रही हैं.
इन कामों का मिलता है प्रशिक्षण
मुख्य रूप से जन शिक्षण संस्थान की ओर से महिलाओं को बेकरी एंड कंफेक्नरी, ब्यूटी कल्चर एंड हेल्थ केयर, कंप्यूटर एप्लीकेशन, इलेक्ट्रिकल टेक्निशियन, फ्लावर अरेंजमेंट, डोमेस्टिक अटेंडेंट, फूड एंड वेजिटेबल प्रोसेसिंग एंड प्रिजर्वेशन, मेंटेनेंस एंड रिपेयर आफ ऑटोमोबाइल्स, रेडियो एंड टेलिविजन मैकेनिज्म, स्क्रीन प्रिंटिंग फोटो एंड वीडियोग्राफी, वेल्डिंग एंड फैब्रिकेशन, टैक्सटाइल डिजाइनिंग एंड प्रिंटिंग, रेफ्रिजरेशन एंड एयर कंडीशनिंग, प्लंबिंग एंड स्टेशनरी वर्क क्राफ्ट, हैंडपंप मेकैनिज्म, बायोवार्मिंग, फैशन डिजाइनिंग, ड्रेस मेकिंग डिजाइनिंग, कार्पेंट्री फर्नीचर मेकिंग, बाटिक, टाई एंड डाई का प्रशिक्षण दिया जाता है.
समूह बनाकर प्रशिक्षण
जन शिक्षण संस्थान के निदेशक अनिल कुमार श्रीवास्तव से लखनऊ के गोमती नगर स्थित कार्यालय में बात की गई. उन्होंने बताया कि जन शिक्षण संस्थान, भारत सरकार की ओर से संचालित कौशल विकास मिशन के साथ मिलकर काम कर रहा है. अब तक तमाम पिछड़े इलाकों के ग्रामीण क्षेत्र में निवास करने वाली गरीब महिलाओं को इसके माध्यम से समूह बनाकर प्रशिक्षण दिया गया है और वह स्वावलंबी बनी हैं. अपने घर और परिवार का खर्च उठाने के लिए सक्षम हो गई हैं. रोजगार के साथ उन्होंने अपने परिवार की अर्थव्यवस्था को भी मजबूत किया है. इसी के साथ लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हैं. आगे भी हमारी संस्था सरकार के साथ मिलकर काम करती रहेगी.