लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खाद्यान्न आपूर्ति में गड़बड़ी तथा कालाबाजारी में मिलीभगत के आरोपों में कानपुर मंडल के संयुक्त आयुक्त (खाद्य) अमित कुमार मल्ल और कानपुर नगर के जिलापूर्ति अधिकारी अखिलेश कुमार श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया है. मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट करके यह जानकारी दी है. हालांकि कार्यालय द्वारा बाद में यह ट्वीट डिलीट कर दिया गया. इससे पहले तहसील बिल्हौर के तत्कालीन पूर्ति निरीक्षक प्रशांत कुमार सिंह को बीते माह जुलाई में ही निलंबित किया जा चुका है.
बिकरू गांव में सुचारू रुप से नहीं हो रहा था राशन वितरण
कानपुर नगर के खाद्यान्न वितरण में जो अनियमितता पाई गई, उससे यह स्पष्ट होता है कि नोडल अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से खाद्यान्न वितरण का सत्यापन नहीं किया गया. जिले के बिकरू गांव में राशन वितरण सुचारू रूप से नहीं था, साथ ही वर्ष 2017 में पूर्ति निरीक्षक के साथ मारपीट की गई थी. इसकी प्रथम सूचना रिपोर्ट भी संबंधित कर्मचारी द्वारा दर्ज कराई गई थी. इस घटना की कोई भी सूचना शासन स्तर पर उक्त अधिकारियों ने नहीं दी थी.
खाद्य व रसद आयुक्त के निर्देश पर जुलाई में संयुक्त आयुक्त खाद्य ने बिकरू ग्राम सभा का निरीक्षण सतही तौर पर किया. बिकरू गांव की गंभीर घटना को देखते हुए अधिकारियों द्वारा किसी भी कार्रवाई को गंभीरता से नहीं लिया गया. जाहिर है दोनों अधिकारी अपने कर्तव्य के प्रति लापरवाह थे और इनकी कालाबाजारी होने से मिलीभगत भी थी. प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने संयुक्त आयुक्त (खाद्य) अमित कुमार मल्ल और जिलापूर्ति अधिकारी अखिलेश कुमार श्रीवास्तव को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश दिया है. अपर आयुक्त प्रशासन सुनील कुमार वर्मा इस पूरे घटना की जांच करेंगे.