लखनऊ : उत्तर प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या रोजाना बढ़ती जा रही है. प्रदेश में मरीजों की 135 पहुंच चुकी है. इनमें से 10 मरीज विभिन्न अस्पतालों में भर्ती हैं. मरीजों की बढ़ने के मद्देनजर स्वास्थ्य महानिदेशक ने शुक्रवार को एक बार फिर सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए हैं.
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ. लिली सिंह ने बताया कि फरवरी में कोरोना मरीजों की संख्या में 30 थी. मार्च माह के केवल 23 दिनों में ही मरीजों की संख्या 135 पहुंच चुकी है. कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए कोविड प्रोटोकॉल अनुपालन कड़ाई से लागू होना जरूरी है. केजीएमयू और संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान समेत सभी जांच करने वाली लैब में टेस्टिंग शुरू हो चुकी है. उन्होंने बताया कि सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारी और जिला अस्पताल प्रशासन द्वारा अपने स्तर से कोविड प्रोटोकॉल को सख्ती से लागू कराया जाएगा. अस्पतालों में संभावित लक्षण युक्त मरीजों के लिए अलग से हेल्प डेस्क और टेस्टिंग बढ़ा दी गई है. इसके साथ ही विशेष सतर्कता बरती जा रही है. स्वास्थ्य विभाग की डीजी हेल्थ डॉ. लिली सिंह ने कहा कि एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जागरूकता बढ़ाई जाएगी. लखनऊ, आगरा, कानपुर, वाराणसी समेत गौतम बुद्ध नगर को विशेष सतर्क किया गया है.
वहीं, लखनऊ में शुक्रवार सुबह तक एक कोरोना संक्रमित मरीज मिला. जबकि गुरुवार को पांच लोगों में वायरस की पुष्टि हुई है. राहत की बात यह है कि कोई भी मरीज गंभीर नहीं है. चिनहट में दो लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. इंदिरानगर, एनके रोड और कैसरबाग रेडक्रास में एक-एक लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सभी मरीज होम आईसोलेशन में हैं. सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल ने बताया कि कोविड को लेकर सतर्कता बरतने की जरूरत है. इसमें किसी भी तरह की चूक से मुसीबत खड़ी हो सकती है.
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