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लखनऊ विवि. के खाते से करोड़ों पार, अंतरराज्यीय गिरोह पर शक जता रही पुलिस - लखनऊ विश्वविद्यालय के खाते से करोड़ों गायब

उत्तर प्रदेश की राजधानी के लखनऊ विश्वविद्यालय के खाते में से फर्जी तरीके से 11 चेकों की क्लोन बनाकर एक करोड़ रुपए निकाल लिए गए. विश्वविद्यालय प्रशासन ने मामले की तहरीर थाने में देकर एफआईआर दर्ज कराई. जिसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुटी है.

लखनऊ विश्वविद्यालय.
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Published : Oct 7, 2019, 6:24 PM IST

Updated : Oct 8, 2019, 10:48 PM IST

लखनऊः राजधानी के लखनऊ विश्वविद्यालय के खाते से एक करोड़ रूपये फर्जी तरीके से निकाल लिए गए. विश्वविद्यालय प्रशासन ने घटना की जानकारी थाने में देकर मुकदमा दर्ज कराया. प्रशासन की तहरीर पर पुलिस इस घटना के पीछे अंतर्राज्यीय गिरोह का हाथ मान रही है. पुलिस का कहना है कि यह काम किसी एक व्यक्ति का नहीं बल्कि इसके पीछे अंतरराज्यीय गिरोह का हाथ है और यह भी संभावनाएं हैं कि विश्वविद्यालय के लोग भी इसमें शामिल हो सकते हैं.

लखनऊ विश्वविद्यालय के खाते से करोड़ों की ठगी.

लखनऊ विश्वविद्यालय के खाते से एक करोड़ रूपये निकले
पिछले दिनों लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति एसपी सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी थी कि विश्वविद्यालय के खाते में से फर्जी तरीके से 11 चेकों की क्लोन बनाकर एक करोड़ रुपए निकाल लिए गए. इस मामले को लेकर मुकदमा दर्ज कराया गया था.

लखनऊ विश्वविद्यालय के खाते से लंबे समय से जालसाज पैसे उड़ा रहे थे, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन को भनक तक नहीं लगी. इस बारे में जब विश्वविद्यालय प्रशासन से पूछा गया तो प्रशासन का जवाब था कि खाते में बड़ी रकम थी लिहाजा इस तरीके से पैसे निकलने पर ध्यान नहीं गया.
विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग से जुड़े हुए इस खाते में विश्वविद्यालय के 150 करोड़ रुपए जमा हैं. वहीं विश्वविद्यालय के कुलपति एसपी सिंह ने बैंक खाते को दूसरी बैंक में ट्रांसफर भी कर दिया है.
विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के बाद लखनऊ पुलिस सक्रियता दिखाते हुए इस पूरे मामले की जांच कर रही है.

इसे भी पढ़ें- लखनऊ: मृतक छात्र के परिजनों ने की CBI जांच की मांग, सुप्रीम कोर्ट ने दिया कार्रवाई का आदेश

प्रकरण की जानकारी के बाद चार टीमें बनाई गई हैं, जो विभिन्न पहलुओं पर मामले की जांच कर रही है. प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित कई जिलों में जांच की जा रही है. वहीं इस ओर भी ध्यान दिया जा रहा है कि कहीं इस घटना को अंजाम देने वाले अन्य जिले या प्रदेश के लोग तो नहीं है. जांच कर जल्द ही अपराधियों को पकड़ा जाएगा.
-अमित कुमार, एसपी ट्रांसगोमती

लखनऊः राजधानी के लखनऊ विश्वविद्यालय के खाते से एक करोड़ रूपये फर्जी तरीके से निकाल लिए गए. विश्वविद्यालय प्रशासन ने घटना की जानकारी थाने में देकर मुकदमा दर्ज कराया. प्रशासन की तहरीर पर पुलिस इस घटना के पीछे अंतर्राज्यीय गिरोह का हाथ मान रही है. पुलिस का कहना है कि यह काम किसी एक व्यक्ति का नहीं बल्कि इसके पीछे अंतरराज्यीय गिरोह का हाथ है और यह भी संभावनाएं हैं कि विश्वविद्यालय के लोग भी इसमें शामिल हो सकते हैं.

लखनऊ विश्वविद्यालय के खाते से करोड़ों की ठगी.

लखनऊ विश्वविद्यालय के खाते से एक करोड़ रूपये निकले
पिछले दिनों लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति एसपी सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी थी कि विश्वविद्यालय के खाते में से फर्जी तरीके से 11 चेकों की क्लोन बनाकर एक करोड़ रुपए निकाल लिए गए. इस मामले को लेकर मुकदमा दर्ज कराया गया था.

लखनऊ विश्वविद्यालय के खाते से लंबे समय से जालसाज पैसे उड़ा रहे थे, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन को भनक तक नहीं लगी. इस बारे में जब विश्वविद्यालय प्रशासन से पूछा गया तो प्रशासन का जवाब था कि खाते में बड़ी रकम थी लिहाजा इस तरीके से पैसे निकलने पर ध्यान नहीं गया.
विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग से जुड़े हुए इस खाते में विश्वविद्यालय के 150 करोड़ रुपए जमा हैं. वहीं विश्वविद्यालय के कुलपति एसपी सिंह ने बैंक खाते को दूसरी बैंक में ट्रांसफर भी कर दिया है.
विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के बाद लखनऊ पुलिस सक्रियता दिखाते हुए इस पूरे मामले की जांच कर रही है.

इसे भी पढ़ें- लखनऊ: मृतक छात्र के परिजनों ने की CBI जांच की मांग, सुप्रीम कोर्ट ने दिया कार्रवाई का आदेश

प्रकरण की जानकारी के बाद चार टीमें बनाई गई हैं, जो विभिन्न पहलुओं पर मामले की जांच कर रही है. प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित कई जिलों में जांच की जा रही है. वहीं इस ओर भी ध्यान दिया जा रहा है कि कहीं इस घटना को अंजाम देने वाले अन्य जिले या प्रदेश के लोग तो नहीं है. जांच कर जल्द ही अपराधियों को पकड़ा जाएगा.
-अमित कुमार, एसपी ट्रांसगोमती

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लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय के खाते से 11000000 रुपए फर्जी तरीके से निकाल लिए गए। जिसको लेकर लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन ने एफ आई आर दर्ज कराई थी। f.i.r. की जांच करते हुए लखनऊ पुलिस इस घटना के पीछे अंतर्राज्यीय गिरोह का हाथ मान रही है जिस तरीके से चेक का क्लोन बनाकर विभिन्न जिलों से पैसे निकाले गए हैं इस पर पुलिस का कहना है कि यह काम किसी एक व्यक्ति का नहीं है जिसके पीछे अंतर्जनपदीय गिरोह है जिसके लोग विभिन्न जगह फैले हुए हैं और यह भी संभावनाएं हैं किस काम में लखनऊ विश्वविद्यालय के लोग भी शामिल हो।


एसपी ट्रांस गोमती अमित कुमार का कहना है कि प्रकरण की जानकारी के बाद चार टीमें बनाई गई हैं जो विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रही हैं प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित कई जिलों में जांच की जा रही है वहीं इस ओर भी ध्यान दिया जा रहा है कि कहीं इस घटना को अंजाम देने वाले अन्य जिले या प्रदेश के लोग तो नहीं है विभिन्न पहलुओं पर जांच की जा रही है और जल्द ही हमें अपराधियों को पकड़ने में कामयाबी मिलेगी।


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पिछले दिनों लखनऊ विश्वविद्यालय वीसी एसपी सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी थी कि लखनऊ विश्वविद्यालय के खाते से फर्जी तरीके से 11 चेकों की क्लोन बनाकर 11000000 रुपए निकाल लिए गए हैं। जिसको लेकर f.i.r. भी दर्ज कराई गई थी बता दे चले लखनऊ विश्वविद्यालय के खाते से लंबे समय से जालसाज पैसे उड़ा रहे थे लेकिन लखनऊ विश्वविद्यालय को भनक तक नहीं लगी। इस बारे में जब लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन से पूछा गया तो प्रशासन का जवाब था कि खाते में बड़ी रकम थी लिहाजा इस तरीके से पैसे निकलने पर ध्यान नहीं गया।


लखनऊ विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग से जुड़े हुए इस खाते में लखनऊ विश्वविद्यालय के 150 करो रुपए जमा है वहीं लखनऊ विश्वविद्यालय vc एसपी सिंह ने बैंक खाते को दूसरी बैंक में ट्रांसफर भी कर दिया है।


लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा दर्ज कराए गए एफ आई आर के बाद लखनऊ पुलिस सक्रियता दिखाते हुए इस पूरे मामले की जांच कर रही है एसपी ट्रांस गोमती अमित कुमार ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए विभिन्न पहलुओं पर जांच की जा रही है अपराधियों तक पहुंचने के लिए कई टीमें गठित की गई हैं जो विभिन्न जिलों में जांच कर रही हैं।

बाइट- एसपी ट्रांस गोमती अमित कुमार


Conclusion:संवाददाता प्रशांत मिश्रा 90 2639 2526
Last Updated : Oct 8, 2019, 10:48 PM IST
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