लखनऊः राजधानी के लखनऊ विश्वविद्यालय के खाते से एक करोड़ रूपये फर्जी तरीके से निकाल लिए गए. विश्वविद्यालय प्रशासन ने घटना की जानकारी थाने में देकर मुकदमा दर्ज कराया. प्रशासन की तहरीर पर पुलिस इस घटना के पीछे अंतर्राज्यीय गिरोह का हाथ मान रही है. पुलिस का कहना है कि यह काम किसी एक व्यक्ति का नहीं बल्कि इसके पीछे अंतरराज्यीय गिरोह का हाथ है और यह भी संभावनाएं हैं कि विश्वविद्यालय के लोग भी इसमें शामिल हो सकते हैं.
लखनऊ विश्वविद्यालय के खाते से एक करोड़ रूपये निकले
पिछले दिनों लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति एसपी सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी थी कि विश्वविद्यालय के खाते में से फर्जी तरीके से 11 चेकों की क्लोन बनाकर एक करोड़ रुपए निकाल लिए गए. इस मामले को लेकर मुकदमा दर्ज कराया गया था.
लखनऊ विश्वविद्यालय के खाते से लंबे समय से जालसाज पैसे उड़ा रहे थे, लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन को भनक तक नहीं लगी. इस बारे में जब विश्वविद्यालय प्रशासन से पूछा गया तो प्रशासन का जवाब था कि खाते में बड़ी रकम थी लिहाजा इस तरीके से पैसे निकलने पर ध्यान नहीं गया.
विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग से जुड़े हुए इस खाते में विश्वविद्यालय के 150 करोड़ रुपए जमा हैं. वहीं विश्वविद्यालय के कुलपति एसपी सिंह ने बैंक खाते को दूसरी बैंक में ट्रांसफर भी कर दिया है.
विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के बाद लखनऊ पुलिस सक्रियता दिखाते हुए इस पूरे मामले की जांच कर रही है.
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प्रकरण की जानकारी के बाद चार टीमें बनाई गई हैं, जो विभिन्न पहलुओं पर मामले की जांच कर रही है. प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित कई जिलों में जांच की जा रही है. वहीं इस ओर भी ध्यान दिया जा रहा है कि कहीं इस घटना को अंजाम देने वाले अन्य जिले या प्रदेश के लोग तो नहीं है. जांच कर जल्द ही अपराधियों को पकड़ा जाएगा.
-अमित कुमार, एसपी ट्रांसगोमती