ललितपुर: जिले के बेसिक शिक्षा विभाग का एक बार फिर काला कारनामा सामने आया है, जहां फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर नौकरी पाने वाले चार शिक्षकों को SIT की जांच में चिन्हित किया गया है. जिसमें से वर्तमान में एक शिक्षक जिले में तैनात है, जिसको बर्खास्त कर एफआईआर के आदेश दिए गए हैं. वहीं अन्य 3 शिक्षकों का स्थानांतरण अन्य जिलों में होने के कारण उनके ऊपर कार्रवाई के लिए संबंधित जिलों के अधिकारियों को निर्देशित किया गया है.
एक शिक्षक को किया गया बर्खास्त
कहा जाता है कि समाज को सही दिशा देने में शिक्षकों की अहम भूमिका होती है, लेकिन जो शिक्षक शुरू से ही फर्जी तरीके से नौकरी कर रहे हो, तो उनसे क्या उम्मीद की जा सकती है. ऐसा ही एक मामला जिले में सामने आया है, जहां बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर नौकरी पाना चार शिक्षकों के लिए महंगा पड़ गया. वहीं शिक्षकों द्वारा लगाए गए बीएड के प्रमाण पत्र SIT की जांच में फर्जी पाए गए थे. वर्तमान में चार शिक्षकों में से मात्र एक ही शिक्षक जिले में तैनात है. जिसको बर्खास्त किया गया है और इसके साथ ही शिक्षक पर एफआईआर दर्ज करने के भी आदेश दिए गए हैं. वहीं अन्य आरोपी शिक्षकों ने अन्य शिक्षकों के अन्य जिलों में स्थानांतरण होने के चलते संबंधित जिलों को कार्रवाई के लिये लिखा गया है.
इसी मामले पर बीएसए मनोज कुमार वर्मा ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार नौकरी पाने वाले शिक्षकों की जांच की गई थी, जिसमें एसआईटी ने चार शिक्षक चिन्हित किए थे. एक शिक्षक जिले में ही कार्यरत हैं जबकि तीन शिक्षकों का स्थानांतरण हो चुका है. एक शिक्षक जनपद में कार्यरत हैं, जिसे नोटिस देने के बाद शासन के निर्देश के क्रम में बर्खास्तगी कर दी गई है.
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