लखीमपुर खीरीः जिले में मुस्लिम तरबूज बेचने वाले की भीड़ द्वारा पिटाई के मामले में पुलिस ने पीड़ित का ही 151 में चालान कर दिया. वारदात को चार दिन बीत गए हैं, लेकिन पीड़ित तरबूज वाले का पुलिस और भीड़ की पिटाई के जख्म आज भी हरे हैं.
तरबूज पर कुल्ला करने का इल्जाम लगाकर मोहल्ले की भीड़ ने गरीब को खूब पीटा. इस मामले में डीएम शैलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि कि उन्हें खीरी की जनता पर पूरा भरोसा है. कभी भी जिले की जनता की सोच साम्प्रदायिक नहीं रही है. 25 अप्रैल को खीरी जिले की सदर कोतवाली इलाके के बरखेरवा मोहल्ले में गरीब चांद अपने आठ साल के बेटे समर के साथ ठेले पर तरबूज बेचने गया था.
चांद का आरोप है कि उसे प्यास लगी थी तो, उसने पड़ोस में लगे नल से पानी भरा. ठेले के पास चुल्लू से पीने लगाकर पीने लगा, तभी वहां से गुजर रही एक महिला ने उसका नाम पूछा फिर हल्ला मचाने लगी कि ये तरबूज पर कुल्ला कर रहा था. देखते ही देखते भीड़ इकट्ठी हो गई. चांद का कहना है कि उसे लोगों ने उसके बेटे के सामने इतना पीटा की वो बेहाल हो गया.
उसने आरोप लगाया है कि वो लोगों को सफाई देता रहा कि उसने तरबूज पर कुल्ला नहीं किया पर भीड़ न मानी. इसके बाद वहां पुलिस आयी पर भीड़ के साथ चौकी एलआरपी के सिपाही भी चांद को बचाने की बजाय पीटने लगे. चांद के बेटे समर की आंखों में आज भी वो मंजर घूम रहा है. घटना को याद करते ही मासूम की आंखों में आंसू आ जाते हैं और अपने पिता के साथ हुआ वो खौफनाक मंजर बयां करने लगता है.