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लखीमपुर खीरी हिंसा : यूपी पुलिस को अब हिंसा में इस्तेमाल पिस्टल और रिपीटर गन की तलाश - लखीमपुर खीरी हिंसा अपडेट

लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri violence ) मामले में अब यूपी पुलिस को हिंसा में प्रयोग किए गए रिपीटर गन (Repeater Gun) और पिस्टल की तलाश है. स्पेशल इन्वेस्टिगेशन कमेटी अब हिंसा में प्रयोग किए गए हथियारों की तलाश में जुट गई है. इधर स्पेशल क्राइम ब्रांच को पूछताछ में 56 और नाम पता चले हैं.

लखीमपुर खीरी हिंसा.
लखीमपुर खीरी हिंसा.
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Published : Oct 14, 2021, 10:27 PM IST

Updated : Oct 14, 2021, 10:33 PM IST

लखीमपुर खीरीः लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri violence ) मामले में अब यूपी पुलिस को हिंसा में प्रयोग किए गए रिपीटर गन और पिस्टल की तलाश है. इधर स्पेशल क्राइम ब्रांच को पूछताछ में 56 और नाम पता चले हैं जो इस हिंसा में शामिल थे. जो थार, फॉर्च्यूनर और स्कॉर्पियो में सवार थे. एसआईटी के डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल के नेतृत्व में फोरेंसिक टीम ने आज मौका-ए-वारदात का मुआयना किया. क्राइम ब्रांच और एसआईटी ने पुतले खड़े करके थार, फार्च्यूनर और स्कार्पियो को घटनास्थल पर किसानों को रौंदने का सीन भी रिक्रिएट किया.

तिकोनिया में तीन अक्टूबर को थार जीप से कुचलकर चार किसान एक पत्रकार को मारने का आरोप मंत्री के बेटे आशीष मिश्र पर है. बाद में उपजी हिंसा में एक ड्राइवर और दो बीजेपी कार्यकर्ताओं की भी मौत हुई थी. कुल आठ लोगों की मौत और कई लोगों के घायल होने के इस मामले में एसआईटी ने गुरुवार को सीन रिक्रिएट कराया.

लखीमपुर खीरी हिंसा.

कब क्या हुआ

-सुबह 10 बजे क्राइम ब्रांच टीम ने मंत्री के बेटे आशीष के दोस्त अंकित दास उसके गनर लतीफ और ड्राइवर शेखर भारती को जेल से रिमांड पर लिया. क्राइम ब्रांच ऑफिस से टीम 12 बजे मौका-ए-वारदात के लिए तिकोनिया रवाना हुई.

-करीब 1.10 बजे पुलिस टीम मुख्य आरोपी मोनू उर्फ आशीष समेत चारों को लेकर घटनास्थल पहुंची, जहां पहले से भारी सुरक्षा व्यवस्था में आरएएफ और एसएसबी लगी थी. पूरे इलाके को क्वार्डन ऑफ किया गया था.

लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच करती पुलिस.
लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच करती पुलिस.

-1.20 मिनट पर अंकित दास के ड्राइवर शेखर को निकाल पुलिस ने पूछताछ की. फॉर्च्यूनर कैसे निकली और पलटने की जानकारी हासिल की.

-1.35 पर पुलिस ने पूर्व मंत्री अखिलेश दास के भतीजे अंकित दास को गाड़ी से बाहर निकाला. फिर पूरी घटना के बारे में तफसील से पूछताछ की कि कैसे किसानों का प्रोटेस्ट था. कैसे गाड़ी लाए. स्पीड क्या थी. कैसे पलटी और आग लगने की जानकारी ली.

इसे भी पढ़ें- लखीमपुर खीरी कांड का हुआ सीन रिक्रिएशन : आरोपियों के साथ घटनास्थल पर मौजूद जांच एजेंसियां

-1.55 पर फॉरेंसिक टीम ने चूना डाला निशान लगाए. फोटोग्राफी की और फीते से थार और फार्च्यूनर पलटने की दूरी भी नापी.

लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच करती पुलिस.
लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच करती पुलिस.

-2.25 पर पुलिस टीम ने सड़क पर तीन काले पुतले खड़े किए. सांकेतिक रूप से कुछ किसानों को काले झंडे लेकर खड़ा किया. फिर थार, फॉर्च्यूनर और स्कार्पियो को पुतलों पर चढ़ाते हुए निकाला.

-3:00 बजे क्राइम सीन खत्म हो गया. पुलिस की टीमों ने आरोपियों को गाड़ियों में बिठाया और आगे निकल गई.

-3.10 पर तिकोनिया के अग्रवाल पेट्रोल पंप पर पूछताछ हुई.

-3.20 पर पुलिस टीम आईपीएस सुनील कुमार, सीओ सन्दीप सिंह और एएसपी अरुण कुमार सिंह, मामले के विवेचक दिवाकर को लेकर बनवीरपुर रवाना हो गई.

लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच करती पुलिस.
लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच करती पुलिस.

-4:00 बजे टीम आशीष मिश्र को लेकर बनबीरपुर पहुंची, जहां दंगल का आयोजन हुआ था और मुख्य अतिथि केशव प्रसाद मौर्य को आना था. यहां भारी संख्या में आशीष मिश्र के समर्थक मौजूद थे.

-गांव के अल्ताफ और विकास अग्रवाल और तमाल लोग आशीष मिश्र के समर्थन में बोलते नजर आए. जो कह रहे थे. दंगल के वक्त मोनू भैया यहीं थे, वो निर्दोष हैं.

पूछताछ के बाद जेल भेजा गया आशीष, क्राइम ब्रांच दफ्तर में कटेगी अंकित दास की रात

तिकोनियां हिंसा में मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री का बेटा आशीष मिश्र पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया. आशीष की रिमांड 15 अक्टूबर को सुबह 10 बजे तक खत्म होनी है पर विशेष जांच समिति ने आशीष को करीब 15 घंटे पहले ही पूछताछ के बाद जेल की सलाखों के पीछे फिर भेज दिया. इधर आशीष के साथी अंकित दास की रात भी क्राइम ब्रांच दफ्तर में ही कटेगी.

लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच करती पुलिस.
लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच करती पुलिस.

अंकित के साथ उसके गनर लतीफ उर्फ काले और ड्राइवर शेखर भारती से भी रात भर पूछताछ होगी. पुलिस लखीमपुर हिंसा मामले में अब तक छह आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. पुलिस ने सीन रिक्रिएट कराने के बाद मुख्य आरोपी आशीष को जेल भेज दिया है.

लखीमपुर खीरीः लखीमपुर खीरी हिंसा (Lakhimpur Kheri violence ) मामले में अब यूपी पुलिस को हिंसा में प्रयोग किए गए रिपीटर गन और पिस्टल की तलाश है. इधर स्पेशल क्राइम ब्रांच को पूछताछ में 56 और नाम पता चले हैं जो इस हिंसा में शामिल थे. जो थार, फॉर्च्यूनर और स्कॉर्पियो में सवार थे. एसआईटी के डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल के नेतृत्व में फोरेंसिक टीम ने आज मौका-ए-वारदात का मुआयना किया. क्राइम ब्रांच और एसआईटी ने पुतले खड़े करके थार, फार्च्यूनर और स्कार्पियो को घटनास्थल पर किसानों को रौंदने का सीन भी रिक्रिएट किया.

तिकोनिया में तीन अक्टूबर को थार जीप से कुचलकर चार किसान एक पत्रकार को मारने का आरोप मंत्री के बेटे आशीष मिश्र पर है. बाद में उपजी हिंसा में एक ड्राइवर और दो बीजेपी कार्यकर्ताओं की भी मौत हुई थी. कुल आठ लोगों की मौत और कई लोगों के घायल होने के इस मामले में एसआईटी ने गुरुवार को सीन रिक्रिएट कराया.

लखीमपुर खीरी हिंसा.

कब क्या हुआ

-सुबह 10 बजे क्राइम ब्रांच टीम ने मंत्री के बेटे आशीष के दोस्त अंकित दास उसके गनर लतीफ और ड्राइवर शेखर भारती को जेल से रिमांड पर लिया. क्राइम ब्रांच ऑफिस से टीम 12 बजे मौका-ए-वारदात के लिए तिकोनिया रवाना हुई.

-करीब 1.10 बजे पुलिस टीम मुख्य आरोपी मोनू उर्फ आशीष समेत चारों को लेकर घटनास्थल पहुंची, जहां पहले से भारी सुरक्षा व्यवस्था में आरएएफ और एसएसबी लगी थी. पूरे इलाके को क्वार्डन ऑफ किया गया था.

लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच करती पुलिस.
लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच करती पुलिस.

-1.20 मिनट पर अंकित दास के ड्राइवर शेखर को निकाल पुलिस ने पूछताछ की. फॉर्च्यूनर कैसे निकली और पलटने की जानकारी हासिल की.

-1.35 पर पुलिस ने पूर्व मंत्री अखिलेश दास के भतीजे अंकित दास को गाड़ी से बाहर निकाला. फिर पूरी घटना के बारे में तफसील से पूछताछ की कि कैसे किसानों का प्रोटेस्ट था. कैसे गाड़ी लाए. स्पीड क्या थी. कैसे पलटी और आग लगने की जानकारी ली.

इसे भी पढ़ें- लखीमपुर खीरी कांड का हुआ सीन रिक्रिएशन : आरोपियों के साथ घटनास्थल पर मौजूद जांच एजेंसियां

-1.55 पर फॉरेंसिक टीम ने चूना डाला निशान लगाए. फोटोग्राफी की और फीते से थार और फार्च्यूनर पलटने की दूरी भी नापी.

लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच करती पुलिस.
लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच करती पुलिस.

-2.25 पर पुलिस टीम ने सड़क पर तीन काले पुतले खड़े किए. सांकेतिक रूप से कुछ किसानों को काले झंडे लेकर खड़ा किया. फिर थार, फॉर्च्यूनर और स्कार्पियो को पुतलों पर चढ़ाते हुए निकाला.

-3:00 बजे क्राइम सीन खत्म हो गया. पुलिस की टीमों ने आरोपियों को गाड़ियों में बिठाया और आगे निकल गई.

-3.10 पर तिकोनिया के अग्रवाल पेट्रोल पंप पर पूछताछ हुई.

-3.20 पर पुलिस टीम आईपीएस सुनील कुमार, सीओ सन्दीप सिंह और एएसपी अरुण कुमार सिंह, मामले के विवेचक दिवाकर को लेकर बनवीरपुर रवाना हो गई.

लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच करती पुलिस.
लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच करती पुलिस.

-4:00 बजे टीम आशीष मिश्र को लेकर बनबीरपुर पहुंची, जहां दंगल का आयोजन हुआ था और मुख्य अतिथि केशव प्रसाद मौर्य को आना था. यहां भारी संख्या में आशीष मिश्र के समर्थक मौजूद थे.

-गांव के अल्ताफ और विकास अग्रवाल और तमाल लोग आशीष मिश्र के समर्थन में बोलते नजर आए. जो कह रहे थे. दंगल के वक्त मोनू भैया यहीं थे, वो निर्दोष हैं.

पूछताछ के बाद जेल भेजा गया आशीष, क्राइम ब्रांच दफ्तर में कटेगी अंकित दास की रात

तिकोनियां हिंसा में मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री का बेटा आशीष मिश्र पूछताछ के बाद जेल भेज दिया गया. आशीष की रिमांड 15 अक्टूबर को सुबह 10 बजे तक खत्म होनी है पर विशेष जांच समिति ने आशीष को करीब 15 घंटे पहले ही पूछताछ के बाद जेल की सलाखों के पीछे फिर भेज दिया. इधर आशीष के साथी अंकित दास की रात भी क्राइम ब्रांच दफ्तर में ही कटेगी.

लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच करती पुलिस.
लखीमपुर खीरी हिंसा की जांच करती पुलिस.

अंकित के साथ उसके गनर लतीफ उर्फ काले और ड्राइवर शेखर भारती से भी रात भर पूछताछ होगी. पुलिस लखीमपुर हिंसा मामले में अब तक छह आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है. पुलिस ने सीन रिक्रिएट कराने के बाद मुख्य आरोपी आशीष को जेल भेज दिया है.

Last Updated : Oct 14, 2021, 10:33 PM IST
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