लखीमपुर खीरी: ईसानगर कोतवाली के गौरा झबरा गांव में कुछ दिन पहले लापता हुई महिला का शव सरयू नदी के टापू पर मिला. परिजनों ने फोन कर पुलिस से शव के पंचनामे के लिए कहा, लेकिन दारोगा ने कहा कि शव को खटिया पर रखकर सड़क तक ले आओ तब हम आएंगे. पंचनामे को लेकर करीब दस घंटे तक चले इस पुलिसिया ड्रामे के बाद परिजनों ने पुलिस कंट्रोल रूम को फोन किया, तब जाकर रात में पुलिस ने मौका मुआयना कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा.
परिजनों ने की शव की शिनाख्त
ईसानगर कोतवाली इलाके में बहने वाली सरयू नदी के पार फुसही गौढी निवासी अब्बास अली मंगलवार को जानवर चराने गया, तो उसे एक महिला की लाश नदी के बीच बने टापू पर दिखाई दी. अब्बास ने इसकी सूचना गौरा झबरा और अपने गांव में दी. इस खबर पर झबरा गांव की लापता 38 साल की संगीता पत्नी हरनाम के भाई सुशील और रिश्तेदार मौके पर पहुंचे. परिजनों ने शव देखते ही शिनाख्त कर दी. उन्होंने कहा कि यह कुछ दिन पहले लापता हुई उनकी बहन संगीता है. सुशील ने फोन से दिन में 11 बजे ही शव बरामदगी की खबर थाना ईसानगर को दे दी. देर शाम तक ईसानगर थाने की पुलिस मौकाए वारदात पर नहीं पहुंची. जब सुशील और उनके रिश्तेदारों ने हल्का दारोगा को फोन किया, तो फोन पर दारोगा बोला, वहां तैर कर थोड़े आएंगे. लाश को खटिया पर उठाकर सड़क पर ले आओ.
भाई ने दर्ज कराई थी गुमशुदगी की रिपोर्ट
आपको बता दें कि 8 जुलाई को गायब हुई संगीता के भाई सुशील ने संगीता और उसके तीन बच्चों की गुमशुदगी की तहरीर ईसानगर पुलिस को दी थी. संगीता और उसके तीन बच्चे 8 जुलाई से लापता थे. सुशील के अनुसार उसकी बहन की हत्या उसके पति और ससुराल वालों ने की है और शव को फेंक दिया है. 9 जुलाई को सुशील ने ईसानगर पुलिस को तहरीर भी दी थी. आरोप ये भी था कि संगीता के तीनों बच्चे विपिन (8), पूजा (6) और एक डेढ़ साल की बेटी भी गायब है.