लखीमपुर खीरी: जिले के मोहम्मदी कोतवाली के जिगना गांव में दो दिन पहले संदिग्ध अवस्था में मिले युवक के शव को सड़क पर रखकर परिजनों ने रोड जाम कर दी. परिजनों की मांग थी कि आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए. परिजनों ने पुलिस पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाते हुए नाराजगी जाहिर की और पोस्टमार्टम के बाद शव को कुम्भी अमीरनगर रोड पर रखकर जाम लगा दिया. 4 घण्टे तक लगे जाम के बाद पुलिस ने 5 नामजद आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की तब जाकर जाम खुला.
दरअसल थाना मोहम्मदी क्षेत्र के जिगना गांव में दो दिन पहले राजेंद्र यादव का शव संदिग्ध अवस्था में गांव से बाहर खेत में पाया गया था. परिजनों ने रामकुमार यादव निवासी ललुआपुर के खिलाफ नामजद तहरीर दी थी. परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उनकी तहरीर के अनुसार रिपोर्ट न दर्ज करके साधारण केस बना दिया है. पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर मुकदमा दर्ज करने की बात कहकर पोस्टमार्टम करा दिया लेकिन बुधवार को जब पोस्टमार्टम के बाद शव घर पहुंचा तो परिजन भड़क गए. परिजनों ने एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर राजेन्द्र का शव सड़क पर रखकर सड़क जाम लगा दिया. जिसके बाद कुम्भी अमीरनगर और लखीमपुर मोहम्मदी रोड 4 घण्टे जाम रहा. परिजन मांग कर रहे थे कि जब तक नामजद रिपोर्ट दर्ज नहीं करेंगे, तब तक वह लोग शव को ऐसे ही बिना अंतिम संस्कार किए हुए रोड पर रखे रहेंगे.
क्षेत्राधिकारी मोहम्मदी राजेश कुमार, थाना प्रभारी मोहम्मदी राकेश गुप्ता ने लगभग घण्टों बाद 5 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज करा दी है. लेकिन एफआईआर की कॉपी मिलने के बाद परिजन आरोपी की गिरफ्तारी की मांग करने लगे और रास्ता नहीं खोला. परिजनों ने पुलिस प्रशासन से जब तक एफआईआर की कॉपी नहीं ले ली जाम नहीं खोला. परिजनों का आरोप है कि पुलिस आरोपी से साठगांठ कर रही है, घण्टों बाद जाम खत्म हुआ.