लखीमपुर खीरीः जिले में सोमवार को रोडवेज बस संचालकों ने बस अड्डे के सामने चक्का जाम कर दिया. बस संचालक लखनऊ रोड पर डग्गामार वाहनों के चलने से नाराज हैं. संचालकों का कहना है कि कई बार अफसरों से शिकायत के बाद ही डग्गामार वाहनों की समस्या दूर नहीं हो रही है. इससे उनको रोज लाखों रुपये का नुकसान हो रहा है और सरकार को भी राजस्व की चपत लग रही है. मजबूरी में आज चक्का जाम करना पड़ रहा है.
इंस्पेक्टर से झड़प के बाद धरना
रोडवेज बस संचालक आज एसपी से मिलने उनके दफ्तर गए थे. डग्गामारी की समस्या को एक बार फिर एसपी से मिलकर उन्होंने बताया, जहां से निकलने के बाद सदर इंस्पेक्टर से बस संचालकों की कहासुनी हो गई. नाराज अनुबंधित बस संचालकों ने रोडवेज अड्डे पर आकर बसों को आड़ा तिरछा खड़ा करवा दिया और जाम लगा दिया. खुद सड़क पर ही बस अड्डे के सामने धरने पर बैठ गए. इंस्पेक्टर सदर हालांकि रोडवेज बस संचालकों को समझाते रहे लेकिन उन्होंने कहा कि जब तक डग्गामारी रोकने के लिए ठोस आश्वासन नहीं मिलता तब तक वह यहां से नहीं उठेंगे.
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शिकायत के बाद भी नहीं हो रही सुनवाई
बस संचालक प्रेम प्रकाश बाजपेई ने बताया कि कई बार डीएम से लेकर एसपी और एआरटीओ को शिकायती पत्र दिया जा चुका है. डग्गामार चलने से बस संचालकों को रोज ही घाटा उठाना पड़ रहा है. उनकी कटौती की जाती है जिससे उनको भारी नुकसान हो रहा है. बैंक की किश्तें देना तक मुश्किल हो रहा है.
अनुबंधित बस मालिकों को हो रहा घाटा
रोडवेज अनुबंधित बस संचालक यूनियन के उपाध्यक्ष धनंजय मिश्रा ने कहा कि प्रशासन ने बिल्कुल आंखें मूंद ली हैं. हम लोग कई बार शिकायत पत्र दे चुके हैं पर कोई कार्रवाई नहीं हो सकी. प्राइवेट बसें 70 रुपये में लखनऊ ले जा रहे हैं जबकि रोडवेज का किराया 140 से 150 रुपये है. ऐसे में रोडवेज बसें खाली लखनऊ तक जाने के लिए मजबूर हो रही हैं और रोडवेज बस संचालकों को घाटा उठाना पड़ रहा है. बैंकों की किश्त देनी भारी पड़ रही है.