लखीमपुर खीरी: होली का त्यौहार नजदीक आते ही खाद्य पदार्थों में मिलावट कर ज्यादा से ज्यादा धन कमाने की चाह रखने वाले लोगों का सिंडिकेट सक्रिय हो जाता है. ऐसे में खाद्य विभाग की टीम भी सजग हो जाती है. जिले में भी इनसे निपटने के लिए खाद्य विभाग कमर कस चुका है और इसी के चलते चेकिंग के दौरान खाद्य विभाग की टीम ने एक पिकअप से लगभग 2000 किलो रंगीन कचरी पापड़ पकड़े हैं. इनमें सिंथेटिक कलर की संभावना को देखते हुए उन्हें अपने सामने ही कचरे में फेंक वाया है. साथ ही उक्त पदार्थ के सैंपल लेकर नमूने जांच के लिए भेज दिए गए हैं.
दरअसल, हरदोई के संडीला से एक पिकअप में भरकर लाई जा रही कचरी बरामद की गई है. जिसमें 135 बोरी कचरी लदी थी. इसमें 80 बोरी रंगीन कचरी को मौके पर नष्ट कराया गया. जिसकी कीमत करीब 60 हजार रुपये आंकी गई है. साथ ही मौके पर रंगीन कचरी के दो नमूने भी भरे गए हैं. जिनकी लैब रिपोर्ट आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि पूरे जनपद में त्यौहार के मद्देनजर सभी खाद्य पदार्थों के साथ ही त्यौहार में इस्तेमाल होने वाले खाद्य पदार्थों पर मुख्यतः ध्यान दिया जा रहा है. क्योंकि त्यौहार नजदीक आते ही इन सामानों में ज्यादा मिलावट की आशंका रहती है. अभिहित अधिकारी कौशलेंद्र शर्मा ने संडीला की फर्म रिजवान अली कचरी उद्योग को लखीमपुर जनपद में किसी भी प्रकार के उत्पाद की बिक्री करने से प्रतिबंधित कर दिया है.