कुशीनगरः सरकारी विद्यालयों में अच्छी पढ़ाई और मानक अनुसार मध्यान्ह भोजन दिए जाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है, लेकिन कुछ जिम्मेदार सरकार के इस प्रयास पर पानी फेरने में लगे हुए है. ताजा मामला जिले के विशुनपुरा ब्लॉक क्षेत्र का है, जहां भाजपा विधायक द्वारा गोद लिए गए अंग्रेजी माध्यम के विद्यालय में बच्चों को नियमों के मुताबिक फल और दूध का वितरण नहीं किया जा रहा है.
नहीं मिल रहा बच्चों को फल और दूध
- मामला जिले के विशुनपुरा ब्लॉक क्षेत्र के पिपरा खुर्द गांव में स्थित अंग्रेजी माध्यम का दर्जा प्राप्त प्राथमिक विद्यालय का है.
- आठ महीने पूर्व भाजपा विधायक और वरिष्ठ मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस विद्यालय को गोद लेने की घोषणा की थी.
- घोषणा के बाद इस विद्यालय में जारी व्यवस्थाओं में कुछ परिवर्तन देखने की उम्मीद थी.
- व्यवस्था बनने के बजाए जिम्मेदारों ने पुरानी चल रही व्यवस्था को बिगाड़ दिया.
- कैम्पस में लगे एक मात्र हैंडपंप से भी प्रदूषित जल प्राप्त हो रहा है.
ग्राम प्रधान की देखरेख में व्यवस्था चरमराई
विद्यालय में मिड डे मील तैयार करने वाली परवाना खातून ने बताया कि अध्यापकों की देखरेख में व्यवस्था ठीक तरह से चल रही थी, लेकिन ग्राम प्रधान की देखरेख होने के बाद एक भी दिन बच्चों को फल और दूध नहीं दिया गया.
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मामला संज्ञान में आया है. विद्यालयों की चेकिंग बराबर की जा रही है. इस विद्यालय की भी जांच की जाएगी और गड़बड़ी मिलने पर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही भी की जाएगी.
-आनन्द कुमार, सीडीओ