कुशीनगर: जिले के दुमही गांव में सुबह 11 बजे से ही किसी बड़े मेले जैसा नजारा था. शाम पांच बजे शहीद हुए जवान चंद्रभान चौरसिया का पार्थिव शरीर गांव पहुंचा तो पूरा माहौल भारत माता के जयकारों से गुंजायमान हो उठा. हालांकि इस दौरान कुछ लोगों ने सीएम योगी को मौके पर बुलाने की मांग कर शहीद के शव का अंतिम संस्कार रोकने की बात कही, जिसके बाद डीएम और एसपी ने परिजनों से मिलकर बातचीत की और रात में ही शहीद का अंतिम संस्कार किया गया.
शहीद को दी गई अंतिम विदाई
- जिले में शाम पांच बजे शहीद चन्द्रभान चौरासिया का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव दुमही पहुंचा.
- सैकड़ों काफिले में नौजवान राष्ट्रीय ध्वज के साथ भारत माता की जय और शहीद के सम्मान में नारे लगा रहे थे.
- लगातार हो रही बारिश और शहीद के सम्मान में जुटी भारी भीड़ के कारण अव्यवस्था का नजारा दिखने को मिला.
- इसी बीच नौजवानों के एक समूह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मौके पर बुलाने की मांग को रखते हुए शहीद की अंत्येष्टि को रोकने की घोषणा कर दी.
- डीएम और एसपी ने गांव के प्रबुद्धजनों के साथ शहीद के परिजनों से बातचीत की और शहीद का अंतिम दर्शन कराया गया.
- गांव से लगभग दो किमी. दूरी पर बनाए गए शव दाह स्थल पर शहीद के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया.
जिलाधिकारी डॉ. अनिल कुमार सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि शहीद के परिवार की तरफ से नौकरी, पट्टे की जमीन, सहयोग राशि और शहीद की मूर्ति लगवाने की मांग रखी थी. उन्हें आश्वस्त करा दिया गया है कि जल्द ही सभी मांगों को पूरा कर किया जाएगा.
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