कुशीनगर: जनपद के खड्डा थाने (Khadda Police Station) में लापरवाह पुलिसकर्मियों पर गाज गिराने से पुलिस महकमे में खलबली मच गई. एसपी ने थाने में दर्ज 363 के एक मामले में लड़की की बरामदगी के बाद भी बैरक में रखने का दोषी माना है. इसके बाद एसपी ने एसएचओ, एसआई, सहित दो महिला सिपाहियों को निलंबित कर दिया है.
बता दें कि खड्डा थाना क्षेत्र के एक गांव की लड़की अपने घर से भाग गई थी. परिजनों की तहरीर पर 7 सितंबर को पुलिस ने अज्ञात के विरुद्ध अभियोग 363 का मामला दर्ज कर लड़की की खोज शुरू कर दी थी. मामले की विवेचना एसआई मनोज द्विवेदी कर रहे थे. पुलिस ने लड़की को बरवा रतनपुर से बरामद कर थाने लाई. इसके बाद 3 दिनों तक महिला सिपाहियों के साथ महिला बैरक में रखा. इन 3 दिनों के भीतर पुलिस ने न तो लड़की का सक्षम अधिकारियों के समक्ष बयान ही दर्ज कराया और ना ही परिजनों को सौंपा. जिसके बाद परिजनों ने मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल (SP Dhawal Jaiswal) से कर दी. इसके बाद पुलिस अधिक्षक ने तत्काल एसएचओ (SHO) दुर्गेश सिंह एसआई (SI) मनोज द्विवेदी सहित दो महिला सिपाहियों को भी निलंबित कर दिया.
इसके बाद पुलिस ने सभी लंबित विवेचनाओं के साक्ष्य जुटाने के साथ विवेचना को पूर्ण करने में तेजी लाना शुरू कर दी है. पुलिस अधीक्षक ने विगत दिनों रामकोला थाने के निरीक्षण के दौरान लापरवाह विवेचको चिन्हित कर दंडित करने का फरमान सुनाया था.
यह भी पढ़ें- उत्तराखंड: यूपी पुलिस की दबिश के दौरान फायरिंग, जसपुर के ज्येष्ठ प्रमुख की पत्नी की मौत