कुशीनगर: जनपद के खड्डा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर 16 लाख 92 हजार रुपये बंदरबाट किए जाने के मामले में एनएचएम के ब्लॉक स्तरीय दो अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज कराने का आदेश हुआ है. सीएमओ के निर्देश के पांच दिन बाद भी खड्डा पुलिस अभी तक दोषियों के खिलाफ केस दर्ज नहीं की हैं. इसके अलावा न्यू पीएचसी पर कार्यरत दो फार्मासिस्टों के खाते में भेजे गए रुपये की वसूली का आदेश सीएमओ ने दिया है. धन की अनियमितता का यह मामला जेएसवाई के प्रशासनिक मद में 3.92 लाख और रोगी कल्याण समिति के मद में 13 लाख रुपये की है.
गौरतलब है कि वित्तीय वर्ष 2020-21 में खड्डा सीएचसी में जननी सुरक्षा योजना के प्रशासनिक मद के 3.92 लाख रुपये और रोगी कल्याण समिति के 13 लाख रुपये बगैर कार्य कराए खर्च कर दिए गए. इसकी शिकायत मिलने पर डीएम ने सीएमओ को जांच कराने के निर्देश दिए थे. इसके बाद सीएमओ द्वारा गठित कमेटी की जांच में खड्डा के एनएचएम के ब्लॉक लेखा प्रबंधक और ब्लॉक कम्युनिटी प्रॉसेस मैनेजर इस मामले में आरोपित पाए गए. उनके खिलाफ सीएमओ ने पांच दिन पूर्व मुकदमा दर्ज कराने का आदेश किया, लेकिन अभी तक खड्डा पुलिस ने दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया है. इसी तरह इन मदों का धन क्रमश: 22022.00 रुपये और 15008.00 रुपये न्यू पीएचसी छितौनी और भुजौली के फार्मासिस्ट के खाते में भेजे जाने पर उनसे रिकवरी करने का आदेश हुआ है.
सीएमओ डॉ. सुरेश पटारिया ने बताया कि डीएम के निर्देश और गड़बड़ी की आशंका पर जांच कराई गई. जांच में जो दोषी पाए गए हैं, उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने तथा वसूली का आदेश दिया गया है. वहीं इस संबंध में खड्डा थाने के एसओ धनवीर सिंह का कहना है कि तहरीर मिली है. विधिक राय ली जाएगी. उसके बाद मुकदमा दर्ज किया जाएगा.
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