कुशीनगर: जिले के पडरौना कोतवाली क्षेत्र से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें एक लड़की की जिंदगी दोराहे पर आकर खड़ी हो गई है. दरअसल, आज से दो साल पहले पीड़िता गांव की पंचायत के पंचों के फैसले के बाद जिस युवक से शादी के बन्धन में बंधने जा रही थी, वहीं प्रेमीपति आज पीड़िता को अपने साथ रखने से इनकार कर रहा है.
क्या है कहानी ?
मिली जानकारी के अनुसार पीड़िता को गांव के ही समान समुदाय के लड़के से प्रेम प्रसंग था. पहले लड़का शादी का वादा कर उसके साथ रहने लगा था. कुछ समय बाद वह शादी से मुकरने लगा. पीड़िता और प्रेमी का विवाद सार्वजनिक होने पर गांव की पंचायत में पांचो ने दोनों की शादी कराने का फैसला किया. जिसके बाद दोनों के घरवालों ने 2018 में शादी भी करा दी. मगर लड़की के नाबालिग होने की वजह से पंचायत ने दो साल बाद विदाई की तारीख मुकर्रर कर दी. लेकिन अब विदाई का समय पूरा होने के बाद भी पति और उसके परिजन विदाई को तैयार नहीं हैं.
ससुर पर दहेज का आरोप
पीड़िता के मुताबिक बीते दो सालों में ससुराल पक्ष का कोई भी उसका हाल जानने नहीं पहुंचा, और अब विदाई न कराने की बात कर रहे हैं. लोगों के तानों से आजिज होकर जनवरी 2021 में पीड़िता अपने पति के घर चली गई. मगर, ससुर ने बाहर निकाल दिया और दहेज लेकर आने की शर्त रखी. फिलहाल, पीड़िता ने पडरौना कोतवाली को लिखित तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई हैं.
वहीं, इस मुद्दे पर कोतवाल पडरौना से बात की तो उन्होंने भी आश्वाशन देते हुए कहा कि मामले का संज्ञान लिया गया है और पीड़िता के तहरीर पर नियमानुसार उचित कार्यवाही की जाएगी.
प्रेम प्रसंग के बाद पंचायत ने कराई थी शादी, दो साल बाद पति कर रहा विदाई से इनकार - कुशीनगर खबर
कुशीनगर जिले के पडरौना कोतवाली क्षेत्र में एक नाबालिग से प्रेमप्रसंग के बाद हुए विवाद का मामला सामने आया है. जिसका संज्ञान पंचायत ने लेते हुए दोनों की शादी करा दी थी, मगर दो साल बीत जाने के बाद भी पति विदाई कराने से इनकार कर रहा है.
कुशीनगर: जिले के पडरौना कोतवाली क्षेत्र से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें एक लड़की की जिंदगी दोराहे पर आकर खड़ी हो गई है. दरअसल, आज से दो साल पहले पीड़िता गांव की पंचायत के पंचों के फैसले के बाद जिस युवक से शादी के बन्धन में बंधने जा रही थी, वहीं प्रेमीपति आज पीड़िता को अपने साथ रखने से इनकार कर रहा है.
क्या है कहानी ?
मिली जानकारी के अनुसार पीड़िता को गांव के ही समान समुदाय के लड़के से प्रेम प्रसंग था. पहले लड़का शादी का वादा कर उसके साथ रहने लगा था. कुछ समय बाद वह शादी से मुकरने लगा. पीड़िता और प्रेमी का विवाद सार्वजनिक होने पर गांव की पंचायत में पांचो ने दोनों की शादी कराने का फैसला किया. जिसके बाद दोनों के घरवालों ने 2018 में शादी भी करा दी. मगर लड़की के नाबालिग होने की वजह से पंचायत ने दो साल बाद विदाई की तारीख मुकर्रर कर दी. लेकिन अब विदाई का समय पूरा होने के बाद भी पति और उसके परिजन विदाई को तैयार नहीं हैं.
ससुर पर दहेज का आरोप
पीड़िता के मुताबिक बीते दो सालों में ससुराल पक्ष का कोई भी उसका हाल जानने नहीं पहुंचा, और अब विदाई न कराने की बात कर रहे हैं. लोगों के तानों से आजिज होकर जनवरी 2021 में पीड़िता अपने पति के घर चली गई. मगर, ससुर ने बाहर निकाल दिया और दहेज लेकर आने की शर्त रखी. फिलहाल, पीड़िता ने पडरौना कोतवाली को लिखित तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई हैं.
वहीं, इस मुद्दे पर कोतवाल पडरौना से बात की तो उन्होंने भी आश्वाशन देते हुए कहा कि मामले का संज्ञान लिया गया है और पीड़िता के तहरीर पर नियमानुसार उचित कार्यवाही की जाएगी.