कौशांबी: जिले में श्रमिक स्पेशल ट्रेन से बनारस जा रही एक महिला ने ट्रेन में ही दो जुड़वा बच्चों को जन्म दिया. ट्रेन में महिला की डिलीवरी होने की जानकारी जैसे ही स्टेशन मास्टर को हुई स्टेशन मास्टर ने स्टेशन पर ट्रेन को रोका. आरपीएफ के जवानों ने महिला को 108 एम्बुलेंस के माध्यम से अस्पताल भेजा, जहां जिला अस्पताल में दोनों बच्चों की मौत हो गई, जबकि महिला को आइसोलेशन वार्ड पर भर्ती कर इलाज किया जा रहा है. जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के मुताबिक महिला का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है.
वाराणसी जिले के चोलापुर कस्बा निवासी भैयालाल पत्नी के साथ गुजरात के सूरत शहर में ज्वेलरी सेट पेंटिंग का काम करते थे. लॉकडाउन के बाद वह बेरोजगार हो गए. उन्होंने कई दिन पहले वाराणसी वापस लौटने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था. टिकट होने के बाद वह श्रमिक स्पेशल ट्रेन से बैठकर वापस आ रहे थे. साथ ही भैया लाल की पत्नी गायत्री देवी भी थी.
गायत्री देवी को ट्रेन पर ही प्रसव पीड़ा होने लगी, ट्रेन स्टेशन पर रुकती उसके पहले ही डिलीवरी हो गई. ट्रेन को कौशांबी जिले के सिराथू रेलवे स्टेशन पर रोककर आरपीएफ के जवानों ने 108 एंबुलेंस की मदद से मां और बच्चे दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां दोनों बच्चों की मौत हो गई है.
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महिला की 8 महीने में ही डिलीवरी हो जाने के कारण दोनों बच्चे बहुत कमजोर थे. यही कारण था कि दोनों बच्चों की मौत हो गई है. वहीं महिला को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है. महिला की कोरोना जांच के लिए सैंपल लेकर भेजा गया है.
दीपक सेठ, सीएमएस जिला अस्पताल