कौशांबी: जनपद में जिला अस्पताल में भर्ती एक मरीज की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. कर्मचारियों ने खुद को असुरक्षित महसूस करते हुये काम करने से इंकार कर दिया है. इस दौरान इमरजेंसी सेवा भी प्रभावित रही. हालांकि मरीज को दूसरी जगह शिफ्ट करने पर काम दोबारा शुरू हुआ. कर्मचारियों ने खुद को क्वारंटाइन करते हुये सीएमएस से कोरोना जांच कराये जाने की मांग की है. इसके लिए जिला अस्पताल के कर्मचारी संघ के अध्यक्ष ने सीएमओ और डीएम को पत्र लिखा है.
जिला अस्पताल में कार्यरत एक फार्मासिस्ट का रिश्तेदार हाल ही में मुंबई से लौटा था. उसको अचानक सर्दी, खांसी और सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. घर वाले इलाज के लिये उसे जिला अस्पातल ले आये. मरीज को महिला वार्ड में भर्ती कर इलाज शुरू किया गया. अधिक तबीयत बिगड़ने पर सैंपल जांच के लिये प्रयागराज भेजा गया. मरीज की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई. इसके बाद स्टाफ ने इमरजेंसी सेवा बंद कर दी.
डीएम को सौंपा गया पत्र
कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि उन्हें स्वास्थ्य संबंधी जरूरी उपकरण नही दिये जा रहे हैं. कर्मचारियों का आरोप है कि फार्मासिस्ट ने उसकी ट्रैवल हिस्ट्री जिला अस्पताल के कर्मचारियों से छिपाई थी. कर्मचारियों ने जिला अस्पताल को सीज कर क्वारंटाइन करने की मांग की है. इसके लिए उन्होंने एक पत्र अपने अध्यक्ष के माध्यम से मुख्य चिकित्सा अधिकारी पीएन चतुर्वेदी और जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा को भेजा है.
अध्यक्ष राज्य संयुक्त कर्मचारी परिषद मोती लाल सिंह के मुताबिक डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ किसी न किसी प्रकार से मरीज के संपर्क में थे, जिस कारण उनमें भय व्याप्त है. उन्होंने अधिकारियों को पत्र भेज कर स्टाफ को क्वारंटाइन करने और जांच के लिये सैंपल भेजे जाने की मांग की है.