कौशांबीः मामला मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के प्राइवेट अस्पताल का है. जहां कोखराज थाना क्षेत्र के एक गांव की पीड़ित ने अपनी 20 वर्षीय बेटी को बुखार की शिकायत होने पर समदा स्थित अस्पताल न्यू तेजमती में लगभग 21 सितंबर को भर्ती कराया था. युवती ने इलाज के दौरान अस्पताल में डॉक्टर और स्टाफ पर दुष्कर्म करने का गंभीर आरोप लगाया. उसने घटना की जानकारी अपने घर वालों को दी थी. परिजनों ने अस्पताल प्रशासन से शिकायत की तो डाक्टरों ने युवती की दिमागी हालात ठीक न होने की बात कह कर मामले को दबा दिया, लेकिन 23 सितंबर को युवती की रहस्यमय मौत ने आरोपों को गंभीर बना दिया.
इलाज के दौरान गैंगरेप
जिसके बाद परिजनों ने पुलिस से शिकायत की. कार्रवाई नहीं होने पर आहत पीड़ित परिवार ने 13 अक्टूबर को जिलाधिकारी से मिलकर न्याय की गुहार लगाई. जिस पर कार्रवाई करते हुए जिलाधिकारी ने प्रकरण की जांच मजिस्ट्रेट से करने का निर्देश दिया. एडीएम न्यायिक विश्राम यादव की अध्यक्षता में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. छवि जौहरी और जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी विनीता की एक टीम गठित किया. जांच के बाद आरोप सही साबित हुआ. जिसके बाद टीम ने अपनी जांच रिपोर्ट डीएम को सौंपी. जांच के बाद 30 अक्टूबर की देर शाम मंझनपुर पुलिस ने अस्पताल के डॉक्टर और अस्पताल स्टाफ के खिलाफ गैंगरेप और हत्या की धाराओं में मुकद्दमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
मुकदमा दर्ज के बाद आरोपी फरार
युवती की मौत और गैंगरेप के मामले में मुकदमा दर्ज होने की जानकारी जैसे ही आरोपियों की लगी, आरोपी अस्पताल से फरार बताए जा रहे हैं. जिसके बाद से पुलिस लगातार आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है. वहीं अस्पताल के अन्य कर्मचारी मीडिया के सामने कुछ भी बोलने से कतरा रहा है. निजी अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ पर मुकद्दमा दर्ज होने के बाद निजी अस्पताल संचालक और चिकित्सकों में हड़कंप मच गया है. वहीं निजी अस्पताल में इस मामले को लेकर तरह-तरह की कई चर्चाएं हो रही हैं.
क्या कहते हैं अधिकारी
डीएम अमित कुमार सिंह के मुताबिक पीड़ित परिवार ने शिकायती पत्र देकर अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाया था. इस मामले में एडीएम न्यायिक की अध्यक्षता में एक टीम का गठन किया गया. इस टीम की जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस अधीक्षक को कार्रवाई के निर्देश दिए गए. जिसमें मुकदमा पंजीकृत कर कार्रवाई की जा रही है. पुलिस जांच में जो भी साक्ष्य और सत्यता पाया जाएगा. उसके आधार पर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कराई जाएगी.