कौशांबी : उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में प्राथमिक विद्यालय में कक्ष का निर्माण कार्य चल रहा है. इसमें भ्रष्टाचार के चलते घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा था. इसके चलते अचानक निर्माणाधीन कक्ष का लिंटर धराशाही हो गया. लिंटर के मलबे में दबने से मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसने जिला अस्पताल ले जाते समय रास्ते में दम तोड़ दिया. मजदूर की मौत की सूचना पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. जिलाधकारी के मुताबिक ठेकेदार के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई जा रही है.
घटना मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के भड़ेसर गांव की है. जहां भड़ेसर गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय में कक्ष का निर्माण कार्य चल रहा है. बृहस्पतिवार को निर्माणाधीन कक्ष का लिंटर डाला जा रहा था. वहीं पर अंबावां पूरब निवासी मूलचंद्र का 20 वर्षीय बेटा जितेंद्र कुमार प्राथमिक विद्यालय परिसर में बन रहे एक कक्ष में मजदूरी कर रहा था. परिवार वालों का कहना है कि गुरुवार की शाम कक्ष का लिंटर ढाला जा रहा था. इस दौरान जितेंद्र कुमार ऊपर खड़ा होकर लिंटर का मसाला बराबर कर रहा था. आरोप है कि भ्रष्टाचार के चलते ठेकेदार द्वारा घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा था.
यही कारण था कि अचानक नीचे से बल्ली टूट गई और मजदूर नीचे आ गिरा और लिंटर का पूरा मलबा उसके ऊपर आ गिरा. मजदूर के मलबे में दबने से साथी मजदूरों में हड़कंप मच गया. लिंटर गिरने के बाद मजदूर को निकालने के बजाय मौके पर मौजूद ठेकेदार भाग खड़ा हुआ, जिसके बाद मजदूरों ने अपने साथी मजदूर को निकालने की कोशिश शुरू की लेकिन घंटों बीतने के बाद कोई भी सफलता नहीं मिली. लगभग तीन घंटे देरी के पहुंची जेसीबी की मदद से मलबा हटाकर मजदूर को बाहर निकाला और आनन-फानन एंबुलेंस की मदद से जिला अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां जिला अस्पताल में मौजूद डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. मजदूर जितेंद्र की मौत की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. वहीं जिला अस्पताल पहुंची मंझनपुर पुलिस ने मजदूर के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. परिजन ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
मृतक के बाबा बच्ची लाल के मुताबिक प्राथमिक विद्यालय के निर्माणाधीन कक्ष में उनका नाती जितेंद्र काम कर रहा था. इस दौरान नीचे की बल्ली टूट गई और लिंटर धराशाही हो गया. साथी मजदूरों ने घंटों प्रयास किया लेकिन सफलता नहीं मिली. 3 घंटे देरी के बाद पहुंची जेसीबी की मदद से जितेंद्र को बाहर निकाला गया और जिला अस्पताल लाया गया. जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. बच्ची लाल का आरोप है कि भ्रष्टाचार के चलते घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा था. जिसके चलते यह घटना घटी और यही कारण था कि घटना के बाद मौके पर मौजूद ठेकेदार भाग खड़ा हुआ.
जिलाधिकारी सुजीत कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि कौशांबी जिले में एक बेहद दुखद घटना घटी है. जहां प्राथमिक विद्यालय में कक्ष का निर्माण कराया जा रहा था. निर्माणाधीन कक्ष के लेंटर गिरने से जितेंद्र नाम की एक मजदूर की दबने से मौत हो गई है. कोशिश की जा रही है कि मृतक मजदूर के परिजनों को कृषक बीमा दुर्घटना के अंतर्गत पांच लाख रुपये की आर्थिक मुआवजा दिलाया जाए. इसके साथ अन्य लाभ भी दिलाए जाएंगे. वहीं आरोपी ठेकेदार के खिलाफ प्राथमिक दर्ज कराई जा रही है. दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी.