कौशांबी: जिले में जिला प्रशासन ने भू-माफिया व गैंगेस्टर वसीम अहमद पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. धोखाधड़ी करके वसीम अहमद ने करोड़ों की संपत्ति अर्जित की थी. अब इन संपत्तियों को जिला प्रशासन ने सीज करने की कार्रवाई शुरू कर दी है. जिला प्रशासन ने वसीम अहमद पर कार्रवाई करते हुए जिला मुख्यालय स्थित भूमि समेत अन्य भूमि को सीज करते हुए प्रशासन का बोर्ड लगा दिया है.
वसीम के मूरतगंज स्थित मकान को भी सीज कर दिया गया है. इस प्रशासनिक कार्रवाई से भू-माफियाओं में खलबली मच गई है. पुलिस अधीक्षक के मुताबिक भू-माफिया वसीम अहमद की करोड़ों की संपत्ति को सीज किया गया है.
जिले की कोखराज कोतवाली के मूरतगंज कस्बा निवासी वसीम अहमद ने जिला मुख्यालय में धोखाधड़ी कर बड़े पैमाने पर जमीन खरीद रखी है. इसकी धोखाधड़ी के शिकार लोगों में प्रयागराज के एक डॉक्टर भी शामिल हैं. इसके अलावा अन्य कई लोग के साथ वसीम ने जमीन खरीदने अथवा बेचने के नाम पर धोखाधड़ी करके करोड़ों रुपये की संपत्ति बनाई है.
तत्कालीन एसपी प्रदीप गुप्ता के कार्यकाल में चिकित्सक डॉ. अनूप बनर्जी ने सदर कोतवाली मंझनपुर में एफआईआर दर्ज कराई थी. इसके बाद वसीम के खिलाफ ताबड़तोड़ आधा दर्जन एफआईआर दर्ज हुई. वसीम के साथ ही खुशी केसरवानी पर भी एफआईआर दर्ज है. रिपोर्ट दर्ज होने के बाद गैंगेस्टर की कार्रवाई हुई. इसके बाद जिला प्रशासन ने वसीम की नामी और बेनामी संपत्ति को सीज करने की कार्रवाई शुरू कर दी है.
डीएम मनीष कुमार वर्मा ने 2 दिन पहले 14-ए कार्रवाई को हरी झंडी दी थी. इसके तहत पुलिस व राजस्व की टीम ने कई जगह स्थित वसीम की बेशकीमती भूमि को सीज कर सरकारी बोर्ड लगा दिया है. इसके साथ ही वसीम की सिराथू व मंझनपुर तहसील क्षेत्र में स्थित अन्य जमीन को भी प्रशासन ने सीज किया है. वसीम के मूरतगंज स्थित मकान को सीज कर उसकी कार को भी जब्त कर लिया गया है. जिला प्रशासन द्वारा भू-माफिया पर की गई कार्रवाई से भू-माफियाओं में हड़कंप मच गया है.
पुलिस अधीक्षक अभिनंदन के मुताबिक वसीम अहमद की दो करोड़ 88 लाख की संपत्ति जब्त होनी है, जिस पर लगातार कार्रवाई जारी है. पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने कहा कि माफियाओं पर आगे भी इस तरह की कार्रवाई जारी रहेगी.