कौशांबी: जहां पूरे देश में कोरोना वायरस की महामारी से बचाव के लिए लॉकडाउन जारी है. वहीं कुछ लोग इस समस्या को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. ऐसा ही एक मामला कौशांबी जिले के सैनी कोतवाली क्षेत्र के चकमानिकपुर सैयदराजे गांव का है. एक ग्राम प्रधान ने परिषदीय विद्यालय में 12 जमातियों के छिपे होने की फर्जी सूचना दी थी.
ग्राम प्रधान ने कोरोना कंट्रोल रूम को दी फर्जी सूचना
ग्राम प्रधान ने कोरोना कंट्रोल रूम को फोन कर 12 जमातियों के गांव में होने की सूचना दी थी. जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया. जब पुलिस ने गांव जाकर मामले की गहनता से जांच की तो पता चला कि यह सूचना फर्जी है. ग्राम प्रधान के इस कृत्य पर एसपी अभिनदंन ने उसके खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है.
गांव में कोई भी मुस्लिम समुदाय का व्यक्ति नहीं रहता
सैनी कोतवाली क्षेत्र के चकमानिकपुर सैयदराजे गांव के प्रधान धारा सिंह ने कोरोना कंट्रोल रूप को सूचना दी थी कि उनके गांव में तबलीगी जमात से जुड़े 12 लोग छिपे हुए है. आनन-फानन में प्रशासनिक अधिकारी गांव स्थित प्राथमिक स्कूल पहुंचे तो वहां जमात से संबंधित कोई व्यक्ति नहीं मिला.
घंटों छानबीन के बाद पता चला कि इस पूरे गांव में कोई भी मुस्लिम समुदाय का व्यक्ति नहीं रहता है. इसके साथ प्राथमिक विद्यालय में जिन लोगों को क्वारंटाइन किया गया था. वह सभी अन्य राज्यों से लौटे गांव के ही लोग थे.
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर मुकदमा दर्ज
वह हिन्दू समाज से संबंध रखते थे, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक अभिनन्दन के निर्देश पर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि जांच में भ्रामक सूचना होने की तस्दीक पर सैनी कोतवाली में ग्राम प्रधान धारा सिंह के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है.