कौशांबी: जिला जेल में सोमवार को एक विचाराधीन अधेड़ कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. मृत बंदी को जनवरी माह में पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच पड़ताल कर रही है. जेल प्रशासन ने बंदी की मौत होने की सूचना परिजनों को दे दिया है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक सैनी थाना क्षेत्र के धुमाई गांव में 7 जनवरी को पुलिस ने छापा मारकर बड़ी मात्रा अवैध शराब बरामद किया था. पुलिस ने इस कार्रवाई में गांव निवासी शिव प्रसाद (54) को मौके से गिरफ्तार किया था. पुलिस ने 4/22 क्राइम नंबर में आईपीसी की धारा 272/34 JPC व 60(2) आबकारी एक्ट में कार्रवाई कर शिव प्रसाद को जेल भेज दिया था. 3 महीने जेल में निरुद्ध होने के बाद सोमवार की दोपहर बैरक में वह बेसुध होकर गिर गया. जेल प्रशासन ने आनन-फानन में शिव प्रसाद को अस्पताल में भर्ती कराया. जहां इलाज के दौरान डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. बंदी की मौत के बाद जेल में हड़कंप मच गया. संदिग्ध हालत में बंदी की मौत के बाद परिजनों को मामले की जानकारी दी गई.
वहीं, मृतक बंदी शिव प्रसाद के बेटे धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि होली के पहले ही उनके पिता की हाई कोर्ट से जमानत हो गई थी. लेकिन होली के चलते न्यायालय में बॉन्ड का वेरीफिकेशन नहीं हो पाया था. सोमवार को जब परिजन न्यायालय जमानत के लिए पहुंचे थे. इसी दौरान जेल प्रशासन द्वारा सूचना मिली की उनके पिता की मौत हो गई है. पीड़ित ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि उनके पिता को जबरन शराब बेचने के जुर्म में जेल भेज दिया गया था. जिला जेल में बंदी की मौत के मामले में जेल प्रशासन कुछ भी बोलने से कतरा रहा है.
तहसीलदार मंझनपुर भूपाल सिंह ने बताया कि शव का पंचायतनामा कर दिया गया है. बंदी के शव का पोस्टमार्टम वीडियो ग्राफी के जरिए कराया जाएगा. इंस्पेक्टर मंझनपुर संतोष शर्मा ने बताया कि बंदी मौत मामले में कानूनी कार्रवाई की जाएगी. सैनी थाना पुलिस के जरिए परिवार को सूचना दे दी गई है.
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