कानपुर: वैसे तो कानपुर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत कई ऐसे प्रोजेक्ट्स संचालित हैं, जो आने वाले समय में लोगों के लिए एक नजीर बनेंगे. लेकिन, अब कानपुर से एक बुरी खबर सामने आई है. शहर के चुन्नीगंज क्षेत्र में करीब 96.10 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे कंवेंशन सेंटर का काम ठप हो गया है. चर्चा है, कि आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) की ओर से नगर निगम को नोटिस जारी किया गया है.
जिसमें इस बात का जिक्र है कि जिस जमीन पर कंवेंशन सेंटर बन रहा है. उसके आसपास कई ऐतिहासिक जमीनें थीं. ऐसे में नियमानुसार निर्माण कार्य नहीं किया जा सकता है. कंवेंशन सेंटर में मौजूद कर्मियों का कहना है, कि काम करीब एक माह से ठप है. गौर करने वाली बात यह है, कि नगर निगम के अफसरों के कानों पर इस मामले को लेकर जूं तक नहीं रेंगी. नगर आयुक्त शिवशरणप्पा तो बात करने के लिए ही तैयार नहीं हैं.
कमिश्नर डॉ.राजशेखर ने लिया संज्ञान: शहर के इस अहम प्रोजेक्ट का काम रुकने की जानकारी जैसे ही कमिश्नर डॉ.राजशेखर को मिली तो उन्होंने फौरन ही सीईओ स्मार्ट सिटी को निर्देश दिए, कि वह उस नोटिस का संज्ञान लें, जो एएसआई की ओर से जारी की गई. साथ ही मौके पर देखें, कि आखिर काम क्यों बंद हो गया. ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द काम शुरू होगा और प्रोजेक्ट की सभी दिक्कतों को दूर कराया जाएगा. वहीं, नगर निगम अफसरों की लापरवाही के चलते इस प्रोजेक्ट का काम रुक गया और अफसर पूरी तरह बेफिक्र हैं.
चार अप्रैल को मुख्य सचिव ने किया था निरीक्षण, जमकर सराहा था: चार अप्रैल को सूबे के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने कंवेंशन सेंटर का निरीक्षण किया था. उन्होंने भवन की खूबियों व उसकी भव्यता को जमकर सराहा था. कमिश्नर डॉ.राजशेखर, डीएम विशाख जी समेत अन्य अफसरों को निर्देश दिए थे, कि इसे दिसंबर (तय डेडलाइन) से पहले 15 अगस्त तक बनाकर तैयार करा लें और जनता को समर्पित कर दें. अब, इस प्रोजेक्ट का जो काम रुक गया है उसकी चर्चा शासन तक है.
कंवेंशन सेंटर की ये होंगी विशेषताएं:
- बैठने की क्षमता के साथ ही अत्याधुनिक सभागार
- उद्यमी व कारोबारी 16000 वर्ग फुट प्रदर्शनी सभागार का उपयोग कर सकेंगे
- परिसर के अंदर 12000 वर्ग फुट प्रदर्शनी का हाल भी होगा
- 300 लोगों के बैठने के लिए सम्मेलन कक्ष होगा
- पूरे भवन में 6 अतिथि कमरे व दो सुइट अतिथि कमरे होंगे
- एक साथ 68 वाहनों की कवर्ड पार्किंग होगी
- आठ व्यावसायिक दुकानों के साथ रेस्टोरेंट की सुविधा होगी
- भवन को ग्रीन बिल्डिंग के तौर पर डिजाइन किया गया है
- सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को भवन में शामिल किया गया है
- छत पर लगे सोलर पैनल के साथ पूरा भवन एनर्जी एफिशिएंट होगा