कानपुर: मौजूदा समय में जिस तरह सभी क्षेत्रों में तेजी के साथ तकनीक हावी होती जा रही है, उसी तरह हर क्षेत्र में ऐप का प्रयोग जमकर हो रहा है. सरकारी योजनाओं की जानकारी से लेकर रेलवे टिकट, मौसम, घर बैठे खरीदारी लोग ऐप्स से कर रहे हैं. हालांकि, इन ऐप्स का निर्माण कैसे होता है, यह कैसे काम करते हैं, इसकी जानकारी से बहुत युवा अनजान रहते हैं. वहीं, अब उन्हें यह जानकारी आईआईटी कानपुर में मिल सकेगी.
आईआईटी कानपुर 27 फरवरी से एक मार्च के बीच प्रसिद्ध गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की 135वीं जयंती पर तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित होगी, जिसमें कानपुर व आसपास के हजारों छात्र हिस्सा लेंगे. आईआईटी कानपुर में उक्त आयोजन विज्ञान भारती ब्रह्मावर्त प्रांत कानपुर व सीथ्रीआई हब संस्था के सहयोग से होगा.
इस कार्यक्रम को लेकर आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रो. अभय करंदीकर ने बताया कि छात्र पहले दिन कोडिंग, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, एआई से ऐप्स बनाना, स्टीम शो के माध्यम से तकनीकों की जहां जानकारी हासिल करेंगे. वहीं, अंक ज्योतिष व योग के पीछे जो विज्ञान का संबंध है उसकी जानकारी भी लेंगे. उन्होंने बताया कि पहले दिन में कई अलग-अलग सत्र होंगे. जबकि दूसरे व तीसरे दिन देश और दुनिया के दिग्गज आईआईटी कानपुर आएंगे, उनमें वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के निवर्तमान महानिदेशक डॉ. शेखर चिंतामणि मंडेजी, आईआईटी कानपुर के वरिष्ठ प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल समेत कई अन्य प्रोफेसर व वैज्ञानिक शामिल हैं.
आयोजन समिति के सदस्य कौस्तुभ ओमर ने बताया कि जो छात्र इस अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में शामिल होना चाहते हैं, वह इस वेबसाइट-www.vibhabrahmavart.org/ramanujan पर महज एक क्लिक करके जुड़ सकते हैं. इसके अलावा छात्र आईआईटी कानपुर की वेबसाइट से भी जानकारी ले सकते हैं.