कानपुर: महानगर में लव जिहाद के नए मामले आने के बाद आईजी मोहित अग्रवाल ने एसआईटी के गठन का निर्देश दिया था. इसके बाद एसएसपी द्वारा एसआईटी का गठन किया गया है. अब एसआईटी मुख्य बिंदुओं पर जांच कर रही है. इसके लिए फंडिंग कहां से आ रही है इसकी जांच की जा रही है. एसआईटी जांच करेगी कि इन लोगों को पीएफआई, सिमी या दुश्मन देशों से तो कोई मदद नहीं मिल रही. क्योंकि अब तक जो लोग भी लव जिहाद के मामले में सामने आए हैं, उनकी माली हालत ठीक नहीं है. इसके बावजूद यह युवक खूब पैसे खर्च करते हैं. ऐसे में इनके पास पैसे कहां से आ रहे हैं. इस बात को लेकर एसआईटी जांच कर रही है.
बताते चलें कि कानपुर की रहने वाली शालिनी यादव उर्फ फिजा और काजल की शादी के बाद कानपुर में लव जिहाद के मामले सामने आए थे. जिसके बाद आईजी ने एसआईटी गठित करने का आदेश दिया था. एसआईटी अब इन मुद्दों पर जांच कर रही है. इसके साथ ही एसआईटी ने अपनी जांच का दायरा भी बढ़ा दिया है.
आईजी मोहित अग्रवाल का कहना है कि एसआईटी का गठन किया गया था और फंडिंग के एंगल से जांच की जाएगी. उन्होंने कहा कि लगातार फंडिंग की बात सामने आ रही थी. ऐसे में सभी युवकों की सीडीआर की जांच होगी कि कहीं इन लोगों का पीएफआई ,सिमी और दुश्मन देशों से तो कोई टच नहीं है, जो इनको फंडिंग कर रहा हो.
आईजी मोहित अग्रवाल का कहना है कि जितने भी पीड़ित उनसे मिले हैं, उनकी तरफ से बताया गया है कि सभी जूही लाल कॉलोनी से संबंध रखते हैं. यही नहीं आईजी का कहना है जितने भी लोग सामने आए हैं, उनकी माली हालत ठीक नहीं है. बावजूद इसके ये युवक खूब पैसे खर्च करते हैं. ऐसे में ये सवाल खड़ा होता है कि आखिरकार इन लोगों के पास पैसे कहां से आ रहे हैं.