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मुस्लिम आर्टिस्ट फराज अहमद 51 हजार रामभक्तों के हाथों पर बनाएंगे फ्री टैटू, सात करोड़ का आएगा खर्च - रामलला प्राण प्रतिष्ठा

अयोध्या में 22 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा (Ram Mandir 2024) होनी है. इस खास मौके पर देश के कोने-कोने से खास चीजें रामनगरी पहुंच रहीं हैं. इसी कड़ी में कानपुर के मुस्लिम टैटू कलाकार ने फ्री में लोगों को हाथों पर रामलला का टैटू बनाने का संकल्प लिया है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 11, 2024, 10:06 AM IST

मुस्लिम आर्टिस्ट फराज अहमद चला रहे मुहिम.

कानपुर : अयोध्या में 22 जनवरी को प्रभुश्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. इसे लेकर पूरे देश में उत्साह है. किसी राज्य की प्रसिद्ध मिठाई अयोध्या पहुंच रही है तो किसी शहर के प्रसिद्ध फूलों से रामनगरी को सजाने की तैयारी है. इसी तरह कानपुर के नवीन मार्केट में टैटू आर्टिस्ट फराज अहमद ने भी अनूठा संकल्प लिया है. वह प्राण प्रतिष्ठा से पहले मुस्लिम होने के बावजूद शहर के 51 हजार लोगों के हाथों पर राम नाम का टैटू बनाएंगे. खास बात यह है कि वह इसके लिए कोई फीस भी नहीं लेंगे.

टैटू आर्टिस्ट फराज अहमद अपनी ओर से रामलला को खास भेंट देने की तैयारी में हैं. ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने बताया कि पूरे देश रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए कुछ न कुछ भेजा जा रहा है. ऐसे में उनके मन में भी इस खास मौके को यादगार बनाने का प्लान आया. इस पर शहर के 51 हजारों लोगों के हाथों में फ्री में रामलला से संबंधित टैटू बनाने का लक्ष्य रखा गया है. अभी तक सैकड़ों युवाओं ने टैटू बनवा लिए हैं, जबकि 500 से अधिक पंजीकरण हो गए हैं. इस काम में मेहनत बहुत अधिक है, इसलिए हमारी टीम के दो अन्य सदस्य भी जुड़ गए हैं.

प्राण प्रतिष्ठा से पहले 51 हजार लोगों के हाथों में टैटू बनाए जाएंगे.
प्राण प्रतिष्ठा से पहले 51 हजार लोगों के हाथों में टैटू बनाए जाएंगे.

हिंदू-मुस्लिम जैसा कुछ नहीं, मेरी कला से मेरा धर्म जुड़ा है : फराज से जब पूछा गया कि कहीं आपके काम को लेकर कोई हिंदू-मुस्लिम जैसी बात हुई हो, कोई विरोधाभास सामने आया हो या फिर किसी चुनौती से जूझना पड़ा हो?, इस पर उन्होंने कहा कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं. मेरा जो धर्म है, वह मेरा अपना है. इसका मतलब यह नहीं, कि मैं दूसरे धर्म या मजहब का सम्मान नहीं करुंगा. फराज ने कहा, इस्लाम सभी लोगों से प्यार करना सिखाता है. लोग बहुत अधिक रुचि के साथ टैटू बनवाने आ रहे हैं, हम खुशी-खुशी बना रहे हैं.

लोग अलग-अलग तरह के टैटू बनवाने के लिए पहुंच रहे हैं.
लोग अलग-अलग तरह के टैटू बनवाने के लिए पहुंच रहे हैं.

युवा हाथों पर लिखवा रहे जय श्री राम : फराज का कहना है कि ज्यादातर युवा चाहते हैं कि उनके हाथों पर जय श्री राम का टैटू बन जाए. एक टैटू को बनाने में करीब 1400 रुपये खर्च होते हैं, मगर, प्रभु श्रीराम के नाम पर हम कोई रुपये नहीं ले रहे हैं. टैटू आर्टिस्ट फराज का कहना है कि 51 हजार टैटू बनाने में कुल सात करोड़ का खर्च आ रहा है. वे इसे फ्री में बनाकर रामलला को अपनी ओर से खास भेंट दे रहे हैं. फराज ने ये भी कहा कि लोग यह बिल्कुल न समझें कि फ्री के नाम पर हम क्वालिटी से कोई समझौता कर रहे हैं. टैटू बनाने में हम सभी ब्रांडेड उत्पादों का ही प्रयोग कर रहे हैं.

यह भी पढ़ें : रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को खास बनाने के लिए चंपत राय ने दुनिया भर के रामभक्तों से की ये अनोखी अपील

मुस्लिम आर्टिस्ट फराज अहमद चला रहे मुहिम.

कानपुर : अयोध्या में 22 जनवरी को प्रभुश्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. इसे लेकर पूरे देश में उत्साह है. किसी राज्य की प्रसिद्ध मिठाई अयोध्या पहुंच रही है तो किसी शहर के प्रसिद्ध फूलों से रामनगरी को सजाने की तैयारी है. इसी तरह कानपुर के नवीन मार्केट में टैटू आर्टिस्ट फराज अहमद ने भी अनूठा संकल्प लिया है. वह प्राण प्रतिष्ठा से पहले मुस्लिम होने के बावजूद शहर के 51 हजार लोगों के हाथों पर राम नाम का टैटू बनाएंगे. खास बात यह है कि वह इसके लिए कोई फीस भी नहीं लेंगे.

टैटू आर्टिस्ट फराज अहमद अपनी ओर से रामलला को खास भेंट देने की तैयारी में हैं. ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने बताया कि पूरे देश रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए कुछ न कुछ भेजा जा रहा है. ऐसे में उनके मन में भी इस खास मौके को यादगार बनाने का प्लान आया. इस पर शहर के 51 हजारों लोगों के हाथों में फ्री में रामलला से संबंधित टैटू बनाने का लक्ष्य रखा गया है. अभी तक सैकड़ों युवाओं ने टैटू बनवा लिए हैं, जबकि 500 से अधिक पंजीकरण हो गए हैं. इस काम में मेहनत बहुत अधिक है, इसलिए हमारी टीम के दो अन्य सदस्य भी जुड़ गए हैं.

प्राण प्रतिष्ठा से पहले 51 हजार लोगों के हाथों में टैटू बनाए जाएंगे.
प्राण प्रतिष्ठा से पहले 51 हजार लोगों के हाथों में टैटू बनाए जाएंगे.

हिंदू-मुस्लिम जैसा कुछ नहीं, मेरी कला से मेरा धर्म जुड़ा है : फराज से जब पूछा गया कि कहीं आपके काम को लेकर कोई हिंदू-मुस्लिम जैसी बात हुई हो, कोई विरोधाभास सामने आया हो या फिर किसी चुनौती से जूझना पड़ा हो?, इस पर उन्होंने कहा कि ऐसा बिल्कुल भी नहीं. मेरा जो धर्म है, वह मेरा अपना है. इसका मतलब यह नहीं, कि मैं दूसरे धर्म या मजहब का सम्मान नहीं करुंगा. फराज ने कहा, इस्लाम सभी लोगों से प्यार करना सिखाता है. लोग बहुत अधिक रुचि के साथ टैटू बनवाने आ रहे हैं, हम खुशी-खुशी बना रहे हैं.

लोग अलग-अलग तरह के टैटू बनवाने के लिए पहुंच रहे हैं.
लोग अलग-अलग तरह के टैटू बनवाने के लिए पहुंच रहे हैं.

युवा हाथों पर लिखवा रहे जय श्री राम : फराज का कहना है कि ज्यादातर युवा चाहते हैं कि उनके हाथों पर जय श्री राम का टैटू बन जाए. एक टैटू को बनाने में करीब 1400 रुपये खर्च होते हैं, मगर, प्रभु श्रीराम के नाम पर हम कोई रुपये नहीं ले रहे हैं. टैटू आर्टिस्ट फराज का कहना है कि 51 हजार टैटू बनाने में कुल सात करोड़ का खर्च आ रहा है. वे इसे फ्री में बनाकर रामलला को अपनी ओर से खास भेंट दे रहे हैं. फराज ने ये भी कहा कि लोग यह बिल्कुल न समझें कि फ्री के नाम पर हम क्वालिटी से कोई समझौता कर रहे हैं. टैटू बनाने में हम सभी ब्रांडेड उत्पादों का ही प्रयोग कर रहे हैं.

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