ETV Bharat / state

कानपुर : प्रसपा प्रत्याशी का नामांकन रद्द, जिला निर्वाचन अधिकारी पर लगा मिलीभगत का आरोप - प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी का नामांकन रद्द

जिले में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी का नामांकन खामियों की वजह से रद्द कर दिया गया, जिसके बाद प्रत्याशी ने जिला निर्वाचन अधिकारी पर बीजेपी से मिलीभगत का आरोप लगाया है. वहीं प्रत्याशी का कहना है कि नामांकन रद्द होने के खिलाफ वह हाईकोर्ट की शरण में जाएंगे.

मीडिया से बातचीत करते राजीव मिश्रा.
author img

By

Published : Apr 12, 2019, 5:03 PM IST

कानपुर : लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों के दाखिल किए गए नामांकन पत्रों में खामियां मिलने के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी ने 13 उम्मीदवारों का नामांकन निरस्त कर दिया है. दरअसल कानपुर लोकसभा से 27 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन कराया था, जिसमें अब केवल 14 प्रत्याशी ही चुनाव लड़ेंगे.

मीडिया से बातचीत करते राजीव मिश्रा.


लोकसभा चुनाव के लिए 2 अप्रैल को नामांकन की प्रक्रिया शुरू की गई थी. 2 से 9 अप्रैल तक 27 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन कराया. जिला निर्वाचन अधिकारी के नेतृत्व में 10 अप्रैल को जब सभी प्रत्याशियों की स्कूटनी की गई तो 13 प्रत्याशियों के नामांकन फॉर्म में खामियां मिली, जिसकी वजह से उनका नामांकन रद्द कर दिया गया. रद्द किए गए नामांकन में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी राजीव मिश्रा भी थे. जब उन्हें पता चला कि उनका नामांकन रद्द कर दिया गया है तो उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी विजय विश्वास पंत पर बीजेपी से मिलीभगत का आरोप लगाया.


राजीव मिश्रा का आरोप है कि 8 तारीख को अपने समर्थकों के साथ जिला मुख्यालय नामांकन कराने पहुंचे थे. अधिकारियों से पानी की व्यवस्था करने के लिए कहा गया तो उन्होंने असमर्थता जताई. जिस पर सभी लोग धरने पर बैठ गए, जबकि सत्ता पद के प्रत्याशी नामांकन कराने पहुंचे थे, उन्हें प्राथमिकता दी गई.


प्रसपा प्रत्याशी राजीव मिश्रा का कहना है कि नामांकन दाखिल किया था, लेकिन जिलाधिकारी ने अवैधानिक तरीके से रद्द कर दिया. अब हम लोग उच्च न्यायालय की शरण में जाएंगे. प्रत्याशी ने आरोप लगाया कि जिस तरह से 13 प्रत्याशियों का नामांकन रद्द किया गया है, उससे लगता है कि जिला प्रशासन सत्ता पक्ष के दबाव में कार्य कर रहा है.

कानपुर : लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों के दाखिल किए गए नामांकन पत्रों में खामियां मिलने के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी ने 13 उम्मीदवारों का नामांकन निरस्त कर दिया है. दरअसल कानपुर लोकसभा से 27 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन कराया था, जिसमें अब केवल 14 प्रत्याशी ही चुनाव लड़ेंगे.

मीडिया से बातचीत करते राजीव मिश्रा.


लोकसभा चुनाव के लिए 2 अप्रैल को नामांकन की प्रक्रिया शुरू की गई थी. 2 से 9 अप्रैल तक 27 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन कराया. जिला निर्वाचन अधिकारी के नेतृत्व में 10 अप्रैल को जब सभी प्रत्याशियों की स्कूटनी की गई तो 13 प्रत्याशियों के नामांकन फॉर्म में खामियां मिली, जिसकी वजह से उनका नामांकन रद्द कर दिया गया. रद्द किए गए नामांकन में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी राजीव मिश्रा भी थे. जब उन्हें पता चला कि उनका नामांकन रद्द कर दिया गया है तो उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी विजय विश्वास पंत पर बीजेपी से मिलीभगत का आरोप लगाया.


राजीव मिश्रा का आरोप है कि 8 तारीख को अपने समर्थकों के साथ जिला मुख्यालय नामांकन कराने पहुंचे थे. अधिकारियों से पानी की व्यवस्था करने के लिए कहा गया तो उन्होंने असमर्थता जताई. जिस पर सभी लोग धरने पर बैठ गए, जबकि सत्ता पद के प्रत्याशी नामांकन कराने पहुंचे थे, उन्हें प्राथमिकता दी गई.


प्रसपा प्रत्याशी राजीव मिश्रा का कहना है कि नामांकन दाखिल किया था, लेकिन जिलाधिकारी ने अवैधानिक तरीके से रद्द कर दिया. अब हम लोग उच्च न्यायालय की शरण में जाएंगे. प्रत्याशी ने आरोप लगाया कि जिस तरह से 13 प्रत्याशियों का नामांकन रद्द किया गया है, उससे लगता है कि जिला प्रशासन सत्ता पक्ष के दबाव में कार्य कर रहा है.

Intro:कानपुर :- प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी का नामांकन रद्द , जिला निर्वाचन अधिकारी पर लगाया मिलीभगत का आरोप , जायेगे हाई कोर्ट की शरण मे ।

कानपुर लोकसभा चुनाव में प्रत्याशियों द्वारा दाखिल किए गए नामांकन पत्रों में खामियां मिलने के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी ने 13 उम्मीदवारों का का नामांकन निरस्त कर दिया है कानपुर लोकसभा से 27 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन कराया था जिसमें अब केवल 14 प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी का नामांकन भी खामियों की वजह से रद्द कर दिया गया जिसकी वजह से प्रत्याशी में जिला निर्वाचन अधिकारी विजय विश्वास पंत पर बीजेपी से मिलीभगत का आरोप लगाया है अब प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अपना नामांकन रद्द होने से हाईकोर्ट की शरण में जा रहे हैं




Body:कानपुर नगर लोकसभा चुनाव के लिए 2 अप्रैल को नामांकन की प्रक्रिया शुरू की गई थी 2 से 9 अप्रैल तक 27 प्रत्याशियों ने अपना नामांकन कराया था जिला निर्वाचन अधिकारी के नेतृत्व में 10 अप्रैल को जब सभी प्रत्याशियों की स्कूटनी की गई तो 13 मी द्वारों के नामांकन फॉर्म में काफी खामियां मिली जिसकी वजह से उनका नामांकन रद्द कर दिया गया रद्द किए गए नामांकन में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राजीव मिश्रा भी थे जब उन्हें पता चला कि उनका नामांकन भी रद्द कर दिया गया है तो उन्होंने जिला निर्वाचन अधिकारी पर बीजेपी से मिलीभगत का आरोप लगाया राजू मिश्रा का आरोप है कि 8 तारीख को अपने समर्थकों के साथ जिला मुख्यालय नामांकन कराने पहुंचे थे जिला अधिकारी के कच्छ के बाद 2 घंटे तक प्रस्तावक समेत कई लोग पानी के लिए परेशान हो रहे थे अधिकारियों से पानी की व्यवस्था करने के लिए कहा गया तो उन्होंने असमर्थता जताई जिस पर सभी लोग धरने पर बैठ गए जबकि सत्ता पद के प्रत्याशी नामांकन कराने पहुंचे थे तब उन्हें प्राथमिकता दी गई थी राजीव मिश्रा का कहना है कि नामांकन दाखिल किए थे लेकिन जिलाधिकारी ने अवैधानिक तरीके से नामांकन रद्द कर दिया अब हम लोग उच्च न्यायालय की शरण में जाएंगे राजीव मिश्रा ने आरोप लगाया कि जिस तरह 13 प्रत्याशियों का नामांकन रद्द किया गया है उसे लगता है कि जिला प्रशासन सत्ता पक्ष के दबाव में आकर कार्य कर रहा है ।

बाइट :- राजीव मिश्रा ,प्रगतिशील समाजवादी पार्टी

अखण्ड प्रताप सिंह
8604068684
कानपुर ।


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.