कानपुर: जनपद के गोविंदनगर थाना क्षेत्र के वार्ड नम्बर-34 रतनलाल नगर बर्रा-7 में सरकारी नलकूप के पास स्थित पार्क में रखे ट्रान्सफार्मर के खुले तार बड़ी दुर्घटना को दावत दे रहे हैं. इन तारों की वजह से कई बार बिजली का करंट लगने से जानवरों की मौत हो चुकी है. जिसे लेकर स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है. लेकिन बार-बार शिकायत के बाद भी बिजली विभाग इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रहा. जिसके बाद स्थानीय लोगों ने अनूठे तरीके से विरोध जताया. लोगों ने ट्रान्सफार्मर तारों पर कपड़े सूखाकर अपना विरोध जताया.
बता दें कि, यहां तीन ट्रान्सफार्मर रखे गए हैं. जिनमें से दो ट्रान्सफार्मर्स में सुरक्षा जाली लगी हुई है. जबकि एक ट्रान्सफार्मर अभी भी खुले में रखा हुआ है, जिसके तार भी अव्यवस्थित रूप से पड़े हुए हैं. इससे सभी को खतरा है.
स्थानीय लोगों के अनुसार, उन लोगों ने वैश्विक महामारी कोरोना को ध्यान में रखकर ऑनलाइन प्रकिया को अपनाते हुए 26 जुलाई 2020 को नई सुरक्षा जाली लगवाने के लिए समन्वित शिकायत निवारण प्रणाली (IGRS) पर KESCO (कानपुर इलेक्ट्रसिटी सप्लाई कंपनी) की मांग की. इसके बावजूद भी अभी तक धरातल पर कोई कार्य नहीं हुआ. 17 अगस्त 2020 और 18 सितम्बर 2020 को इस संबंध में दोबारा स्मरण पत्र प्रेषित किया गया परन्तु इस पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई.
विरोध कर रहे लोगों ने बताया कि कुछ समय पहले ट्रान्सफार्मर के तारों की चपेट में आने से एक कुत्ते की मौत हो गई थी. लोगों का कहना है कि आवारा जानवर ट्रान्सफार्मर के निकट भोजन की तलाश में जाते हैं. इसके साथ ही बच्चे भी खेलते हैं. ऐसे में अव्यवस्थित तारों से खतरा है. उन लोगों ने बताया कि कुछ दिनों पहले गोविन्दनगर के चावल चौराहे पर खुले तारों में चिपक कर एक व्यक्ति की मौत भी हो चुकी है उससे भी बिजली विभाग सबक नहीं ले रहा.
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर ट्रान्सफार्मर में सुरक्षा जाली लगाकर अव्यवस्थित तार सुव्यवस्थित नहीं किए जाते हैं, तो हम सभी अव्यवस्थित तारों पर झूला झूलकर विरोध प्रदर्शन करेंगे. इतना ही नहीं लोगों का कहना है कि ऐसी लचर व्यवस्थाओं के खिलाफ हम लोग सड़क पर उतरकर आंदोलन भी करेंगे.