कानपुर: जिला कारागार एक अनूठी पहल करने जा रहा है. अब कानपुर की 60 लाख की आबादी जिला कारागार में बने पकवानों का स्वाद ले सकेगी. इनको जिला कारगार के कैदी तैयार करेंगे. इसकी पूरी योजना डीएम विशाख जी ने बनाई है. आगामी माह से इसे अमल में लाया जाएगा. इसके लिए जिले जेल के बाहर एक काउंटर भी तैयार किया जा रहा है. वहां खाने की अच्छी बिक्री होने के बाद, जेल गेट से ही बेकरी के उन उत्पादों की बिक्री शुरू होगी. जेल प्रशासन ने सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं. कैदियों द्वारा बनाए जाने वाले पकवानों की होम डिलीवरी भी की जाएगी. इसके लिए ई-कॉर्मस कंपनियों से बात की जा रही है.
कैदियों को शेफ देंगे ट्रेनिंगः जेल के अफसरों ने बताया कि बंदियों को अच्छा खाना बनाने का प्रशिक्षण नामचीन होटलों के शेफ देंगे. अफसरों ने कहा, वैसे कानपुर जेल में कई ऐसे बंदी हैं, जो पहले से ही अच्छा खाना बनाते हैं. उन्हें और परिवक्व बनाया जाएगा. बता दें कि जेल में रसोईघर, आटाचक्की समेत कई अन्य प्रबंध पहले से हैं. इसलिए बंदियों को इस कवायद के लिए बहुत अधिक मशक्कत नहीं करनी होगी. जो बंदी अच्छे व्यंजन तैयार कर लेते हैं, उनकी मदद के लिए कई अन्य बंदियों को लगाया जाएगा. हालांकि, कानपुर के जिलाधिकारी विशाख जी का यह भी कहना है कि जो लोग कोर्ट आते हैं, वह जेलगेट पर बने काउंटर से सस्ती दरों पर खाना ले सकेंगे.
कैदियों को मिलेगा पारिश्रमिकः जेल अधीक्षक डॉ. बीडी पांडेय ने बताया कि फिलहाल खाने की बिक्री की दरें नहीं तय हुई हैं. मगर, आगामी माह से जिला जेल के मेनगेट पर बंदियों द्वारा तैयार खाने की बिक्री शुरू करा दी जाएगी. वहीं कानपुर डीएम विशाख जी ने बताया कि बंदियों के लिए एक नई तरह की कवायद सोची गई है. इससे वह खुद को व्यस्त रख सकेंगे. साथ ही खाने की बिक्री से उन्हें पारिश्रमिक भी मिल सकेगी.
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