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मौसम वैज्ञानिक का अनुमानः प्रदेश में खत्म होगा सूखा, अब झूमकर बरसेंगे बदरा - यूपी में येलो अलर्ट

कानपुर के सीएसए के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय के मुताबिक बुधवार से मौसम का रुख बदल सकता है.

यूपी में बारिश
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Published : Jul 19, 2022, 10:59 PM IST

कानपुर: लगातार पिछले कई माह से लाखों लोग जिस भीषण गर्मी की तपिश में झुलस रहे थे, उनके लिए बारिश की राहत आने वाली है. जी हां चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएन सुनील पाण्डेय के मुताबिक अभी तक एक टर्फ लाइन जो कि मध्य प्रदेश के पास बनी हुई थी, वह खिसककर ऊपर उत्तराखंड की ओर आ गई है. जिसके चलते बुधवार 20 जुलाई से बदरा झूमकर बरसेंगे. बारिश के साथ ही 60 से 70 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चलेंगी, जो लोगों की मुश्किलें बढ़ा सकती हैं. उन्होंने बताया कि भारतीय मौसम विभाग की ओर से कानपुर और आसपास अन्य शहरों के लिए येलो अलर्ट भी जारी हो गया है.

सीएसए के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने बताया कि पिछले चार माह में लगातार पड़ी गर्मी से किसान परेशान हो गए. शहर और आसपास के धान की फसलों को 10 से 20 फीसद तक नुकसान पहुंचा है. पौधे पूरी तरह से झुलस गए हैं. हालांकि, अब बारिश से कुछ स्थितियां ठीक होने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि बुधवार को 25 मिमी. बारिश की संभावना है.

जानकारी देते मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय

यह भी पढ़ें- योगी कैबिनेट में 55 प्रस्ताव पास, 18 नई नगर पंचायतें बनेंगी

मौसम वैज्ञानिक ने कहा कि सीएसए के रिकार्ड में एक जून से लेकर 19 जुलाई तक केवल 91.6 मिमी. बारिश दर्ज की गई है. इसी तरह 1991 में पूरी जुलाई में केवल 66.6 मिमी बारिश हुई थी. इसी तरह 1992 में 93.1 और 1993 में 94.5 फीसद बारिश दर्ज की गई थी.

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कानपुर: लगातार पिछले कई माह से लाखों लोग जिस भीषण गर्मी की तपिश में झुलस रहे थे, उनके लिए बारिश की राहत आने वाली है. जी हां चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएन सुनील पाण्डेय के मुताबिक अभी तक एक टर्फ लाइन जो कि मध्य प्रदेश के पास बनी हुई थी, वह खिसककर ऊपर उत्तराखंड की ओर आ गई है. जिसके चलते बुधवार 20 जुलाई से बदरा झूमकर बरसेंगे. बारिश के साथ ही 60 से 70 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चलेंगी, जो लोगों की मुश्किलें बढ़ा सकती हैं. उन्होंने बताया कि भारतीय मौसम विभाग की ओर से कानपुर और आसपास अन्य शहरों के लिए येलो अलर्ट भी जारी हो गया है.

सीएसए के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने बताया कि पिछले चार माह में लगातार पड़ी गर्मी से किसान परेशान हो गए. शहर और आसपास के धान की फसलों को 10 से 20 फीसद तक नुकसान पहुंचा है. पौधे पूरी तरह से झुलस गए हैं. हालांकि, अब बारिश से कुछ स्थितियां ठीक होने की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि बुधवार को 25 मिमी. बारिश की संभावना है.

जानकारी देते मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय

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मौसम वैज्ञानिक ने कहा कि सीएसए के रिकार्ड में एक जून से लेकर 19 जुलाई तक केवल 91.6 मिमी. बारिश दर्ज की गई है. इसी तरह 1991 में पूरी जुलाई में केवल 66.6 मिमी बारिश हुई थी. इसी तरह 1992 में 93.1 और 1993 में 94.5 फीसद बारिश दर्ज की गई थी.

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