कानपुर: उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े कांड बिकरु कांड में खाकी और कुख्यात विकास दुबे की मिलीभगत से 8 पुलिस कर्मियों की निर्मम हत्या के बदनुमा दाग अभी खाकी के दामन से धुले भी नहीं थे. तभी कानपुर पुलिस के एक और कारनामें ने खाकी को दागदार कर दिया है.
थाना घाटमपुर में तैनात दारोगा प्रेमवीर यादव एक सिपाही के साथ शुक्रवार शाम भदरस गांव पहुंचा था, जहां जुआरियों के बीच नोकझोंक में दारोगा प्रेमवीर यादव की सरकारी पिस्टल से गोली चल गई और जुआ खेल रहे अधेड़ की मौत हो गई. घटना के बाद मानों पुलिस को सांप सूंघ गया. शनिवार सुबह ग्रमीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस जांच में जुट गई है.
मृतक का शव भदरस गांव के एक खेत में पड़ा हुआ था, जिसे देखने के लिए स्थानीय लोगों की भीड़ लग गई. वहीं, ग्रामीणों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी. बता दें कि पुलिस ने शुक्रवार की रात दो जुआरियों को जुआ खेलने के आरोप में गिरफ्तार किया था. शनिवार को जब आरोपियों से मिलने ग्रामीण पहुंचे तो पता चला कि दारोगा प्रेमवीर की गोली से जुआरी पप्पू बाजपेई की मौत हो गई है, जिसके बाद यह खबर जंगल में आग की तरह फैल गई.
उपचुनाव की सियासत में नेताओं ने चला ब्राम्हण कार्ड
जैसे ही सियासतदानों को भदरस की घटना का पता चला तो घाटमपुर उपचुनाव में इससे चुनावी मुद्दा बनाने से नहीं चूके. समाजवादी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने न सिर्फ घाटमपुर कोतवाली का घेराव किया बल्कि आरोपी पुलिस वालों पर कार्रवाई की मांग पर अड़ गए. इतना ही नहीं मृतक पप्पू बाजपेई के शव के पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी के साथ चिकित्सक के पैनल से कराने की मांग तक की.
पुलिस की गोलमोल थ्योरी
घटना के बाद जब सीओ घाटमपुर रवि सिंह से इस बाबत पूछा गया कि शुक्रवार शाम की घटना की सूचना अगले दिन मिली तो बोले जांच हो रही है. पहले तो अज्ञात हमलावर द्वारा पप्पू बाजपेई की हत्या की बात कहते रहे. जब पुलिस की गोली से मौत का सवाल ईटीवी भारत ने पूछा तो बोले हर बिंदु पर जांच चल रही है.
वहीं, विपक्ष के हंगामे के बाद आनन-फानन में एसपी ग्रामीण ब्रजेश श्रीवास्तव ने बताया कि मृतक पप्पू बाजपेई के परिजनों की तहरीर पर गांव के 4 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कर ली गई है. साथ ही जांच में पता चला कि घाटमपुर थाने में तैनात दारोगा प्रेमवीर यादव और एक सिपाही भदरस गांव गए थे और उनकी पिस्टल से गोली भी चली थी, जिसको लेकर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है और उनकी पिस्टल को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है. साथ ही एक सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया गया है.