कानपुर: जिले के घाटमपुर में पुलिस की ओर से किए गए एक मुठभेड़ पर सवालिया निशान उठने शुरू हो गए हैं. पुलिस पर आरोप है कि जिस एनकाउंटर को वह मुठभेड़ दिखा रही है, वह फर्जी है. आरोपी के परिजनों का कहना है कि पुलिस की न तो मुठभेड़ हुई थी और न ही घायल के पास किसी भी प्रकार का कोई तमंचा था. बल्कि पुलिस ने आरोपी को घर से उठाकर थाने में रखा और सुबह होते ही मुठभेड़ दिखा दी.
घाटमपुर थाने की पुलिस के मुताबिक शनिवार की सुबह सजेती के पास दुष्कर्म के आरोपी शिल्लु सचान से पुलिस की मुठभेड़ हुई. इसमें शिल्लु की तरफ से भागने का प्रयास करते हुए पुलिस टीम पर फायरिंग की गई. पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की और कुछ देर बाद शिल्लु के पैर में गोली लगी, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
वहीं इस एनकाउंटर की सूचना मिलते ही आरोपी के परिजनों और स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया. उन्होंने थाने के बाहर धरना दिया. उनके साथ समाजवादी पार्टी से पूर्व सांसद राकेश सचान भी थाने पहुंचे. यहां उन्होंने पुलिस की कार्रवाई की जांच की मांग की. इस पर घाटमपुर पहुंचे एसपी ग्रामीण ने जांच किए जाने का आश्वासन दिया है.
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