कानपुर: हर साल बारिश से पहले नगर निगम की ओर से नाला सफाई का जो काम होता है, आरोपी है कि यह कागजों पर ही होता है. भले ही अफसर यह लाख दावा करें कि काम धरातल पर हुआ है. मगर, इसकी पोल मानसून की पहली बारिश होते ही खुल जाती है. शहर में टापू जैसा नजारा होता है. इस साल नगर निगम अफसरों की किरकिरी न हो. इसके लिए मंगलवार को कानपुर नगर आयुक्त ने खुद फील्ड पर उतकर नाला सफाई के कार्यों का निरीक्षण करना शुरू कर दिया.
मंगलवार को शहर के जोन-6 में नगर आयुक्त ने 5 अलग-अलग स्थानों पर जब नाला सफाई का काम देखा. तो वह दंग रह गए. तय समय में ठेकेदारों ने महज 20 से 30 प्रतिशत काम ही किया था. नगर आयुक्त शिव शरणप्पा जीएन ने बिना देरी किए दो ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के आदेश जारी कर दिए, जिससे अन्य ठेकदारों में हड़कंप मच गया.
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50 प्रतिशत से कम प्रगति वाले कार्यों में जुर्माना: नगर आयुक्त शिव शरणप्पा जीएन ने बताया कि मंगलवार को जो निरीक्षण किया गया. उसमें जहां-जहां 50 प्रतिशत से कम काम हुआ है. वहां 50 हजार रुपये प्रति कार्य के हिसाब से बृज बिल्डर्स और स्वाती कंस्ट्रक्शन पर जुर्माना लगाया गया है. आगे भी निरीक्षण के आधार पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी. किसी भी तरह लापरवाही और अनियमियतता बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
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