कानपुर: हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे एनकाउंटर और बिकरू कांड की जांच करने के लिए शुक्रवार को जांच आयोग की टीम कानपुर पहुंची. जांच टीम ने सर्किट हाउस में बिकरू कांड और विकास दुबे एनकाउंटर मामले में पुलिस अधिकारियों से सवाल-जवाब किया. साथ ही कानपुर के तत्कालीन एसएसपी रहे दिनेश कुमार को भी तलब किया. इसके बाद टीम ने बिकरू गांव और एनकाउंटर स्थल का भी निरीक्षण किया. साथ ही जांच टीम ने बिकरू कांड के बाद कांशीराम निवादा गांव में मुठभेड़ में मारे गए अतुल दुबे और प्रेम प्रकाश के एनकाउंटर स्थल का भी बारीकी से निरीक्षण किया.
न्यायिक आयोग के अध्यक्ष रिटायर्ड जस्टिस बीएस चौहान और पूर्व डीजीपी केएल गुप्ता ने बिकरू कांड के कुख्यात अपराधी विकास दुबे और उसके गुर्गे के एनकाउंटर के दौरान मुठभेड़ स्थल का जायजा लिया. वहीं पुलिस अधिकारियों से एनकाउंटर से जुड़े विभिन्न पहलुओं के बारे में जानकारी ली.
टीम ने पनकी स्थित एनकाउंटर स्थल का निरीक्षण किया, जहां पर हिस्ट्रीशीटर के गुर्गे प्रभात मिश्रा को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था. इसके अलावा सचेंडी में उस एनकाउंटर स्थल का भी टीम ने निरीक्षण किया, जहां पर मुठभेड़ में एसटीएफ ने विकास दुबे को मार गिराया था. जांच टीम ने पुलिस की ओर से अब तक मामले में की गई कार्रवाई की जानकारी ली. साथ ही जिन लोगों के नाम बिकरू कांड के बाद प्रकाश में आए हैं. उनके बारे में भी टीम ने जानकारी ली.
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर रिटायर्ड जस्टिस बीएस चौहान की अध्यक्षता में न्यायिक आयोग का गठन किया गया है, जो बिकरू और विकास दुबे के एनकाउंटर मामले की जांच कर रही है.