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लकड़ी माफिया चला रहे जंगलों पर कुल्हाड़ी, सोया प्रशासन

उत्तर प्रदेश के कानपुर की बिल्हौर तहसील में लकड़ी माफिया धड़ल्ले से जंगल काट रहे हैं. वहीं, मामले में वन विभाग के आलाधिकारी गोलमोल जवाब दे रहे हैं.

कानपुर में पेड़ों का अवैध कटान
कानपुर में पेड़ों का अवैध कटान
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Published : Feb 16, 2021, 5:42 AM IST

कानपुरः जिले की बिल्हौर तहसील में लकड़ी माफिया बेखौफ होकर हरे पेड़ों को काटने में लगे हैं. बड़े पैमाने पर हरे पेड़ों का अवैध कटान से लकड़ी माफिया और वन कर्मियों के बीच साठगांठ का शक पैदा हो रहा है. वन विभाग के आलाधिकारी जांचकर कार्रवाई की बात कर गोलमोल जवाब देते नजर आ रहे हैं.

ये है मामला
योगी सरकार के दावों के बीच हरे पेड़ों को अवैध रूप से काटने का काम जारी है. इसकी तमाम तस्वीरें भी सामने आ रही हैं. कानपुर नगर की बिल्हौर तहसील के अंतर्गत आने वाले गांव चमनगंज में हाल ही में कई पेड़ काट दिए गए. प्रतिबंधित लकड़ी आम, नीम, शीशम के वृक्षों पर भी आरा चलाया जा रहा है. आरोप यहां तक है कि वन विभाग के एरिया फारेस्ट ऑफिसर की शह पर पूरा हरा भरा जंगल काट दिया जा रहा है.

यह है वन विभाग का नियम
प्रतिबंधित पेड़ विशेष परिस्थितियों में कटान के लिए विभाग की अनुमति लेना जरूरी होता है. स्थानीय लोगों का यहां तक कहना है कि इतने व्यापक पैमाने पर कटान के पीछे कहीं ना कहीं वन विभाग की मिलीभगत होती है.

वन विभाग के आलाधिकारी का बयान
इस संदर्भ में उप प्रभागीय वनाधिकारी आरपी प्रजापति से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कटान की सूचना मिली है. मामले की गहनता से जांच कर दोषी लकड़ी माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. साथ ही कहा कि शिकायत करने वालों की कमी के कारण इन लकड़ी माफियाओं पर नकेल लगाना थोड़ा मुश्किल भरा होता है. इस तरह वह गोलमोल जवाब देते नजर आए.



कानपुरः जिले की बिल्हौर तहसील में लकड़ी माफिया बेखौफ होकर हरे पेड़ों को काटने में लगे हैं. बड़े पैमाने पर हरे पेड़ों का अवैध कटान से लकड़ी माफिया और वन कर्मियों के बीच साठगांठ का शक पैदा हो रहा है. वन विभाग के आलाधिकारी जांचकर कार्रवाई की बात कर गोलमोल जवाब देते नजर आ रहे हैं.

ये है मामला
योगी सरकार के दावों के बीच हरे पेड़ों को अवैध रूप से काटने का काम जारी है. इसकी तमाम तस्वीरें भी सामने आ रही हैं. कानपुर नगर की बिल्हौर तहसील के अंतर्गत आने वाले गांव चमनगंज में हाल ही में कई पेड़ काट दिए गए. प्रतिबंधित लकड़ी आम, नीम, शीशम के वृक्षों पर भी आरा चलाया जा रहा है. आरोप यहां तक है कि वन विभाग के एरिया फारेस्ट ऑफिसर की शह पर पूरा हरा भरा जंगल काट दिया जा रहा है.

यह है वन विभाग का नियम
प्रतिबंधित पेड़ विशेष परिस्थितियों में कटान के लिए विभाग की अनुमति लेना जरूरी होता है. स्थानीय लोगों का यहां तक कहना है कि इतने व्यापक पैमाने पर कटान के पीछे कहीं ना कहीं वन विभाग की मिलीभगत होती है.

वन विभाग के आलाधिकारी का बयान
इस संदर्भ में उप प्रभागीय वनाधिकारी आरपी प्रजापति से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कटान की सूचना मिली है. मामले की गहनता से जांच कर दोषी लकड़ी माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. साथ ही कहा कि शिकायत करने वालों की कमी के कारण इन लकड़ी माफियाओं पर नकेल लगाना थोड़ा मुश्किल भरा होता है. इस तरह वह गोलमोल जवाब देते नजर आए.



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