कानपुर: अब आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञ शहर में होने वाले स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट संबंधी कार्यों की गुणवत्ता देखेंगे और अपने स्तर से जांचने के बाद उन पर अंतिम मुहर लगाएंगे. काम में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. कुछ पुराने जो काम हुए हैं और उनकी गुणवत्ता बेहतर नहीं रही, उन्हें भी नए सिरे से कराया जाएगा. शुक्रवार को यह बातें कहीं, नवागंतुक कमिश्नर लोकेश एम ने.
मंडलायुक्त लोकेश एम ने कहा कि शहर स्मार्ट सिटी की श्रेणी में है इसलिए हम चाहते हैं, कि काम साइंटिफिक तौर पर बेहतर ढंग से हों और जनता के हित में भी होने चाहिए. उन्होंने कहा कि शहर की प्रमुख समस्या जाम को खत्म करने के लिए अब कोआर्डिनेशन कमेटी के अफसर एक साथ काम करेंगे. हमने शहर के उन 10-12 चौराहों पर चिन्हित कर लिया है जहां रोजाना ज्यादा जाम लगता है. इनमें जरीब चौरी, टाटमिल व रामादेवी चौराहे प्रमुखता से शामिल हैं.
उन्होंने कहा कि जाम की हर छोटी से छोटी वजह को जाना जाएगा और फिर जाम को खत्म कराया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सभी सीएचसी व पीएचसी पर समय से चिकित्सक बैठें, यह निर्देश दे दिए गए हैं. किसी भी सरकारी अस्पताल में डॉक्टर बाहर की दवाएं नहीं लिखेंगे, यह भी बता दिया गया है. लापरवाही करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी.
कमिश्नर लोकेश एम से जब यह सवाल किया गया कि आखिर उद्यमियों की समस्याओं का समाधान कैसे कराएंगे? तब उन्होंने जवाब दिया कि उद्यमियों से सीधा संवाद करेंगे. उनकी हर समस्या का समाधान कराएंगे. अगर, औद्योगिक विकास का पहिया तेज गति से घूमेगा तो निश्चित तौर पर शहर का भी विकास होगा.
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