कानपुर: आईआईटी कानपुर के संकाय सदस्य, कर्मचारी और छात्र पूरे दिल से आईआईटी कानपुर के आसपास के ईंट भट्टों और गांवों में जरूरतमंदों की सेवा कर रहे हैं. उन्हें भोजन के पैकेट और राशन सामग्री उपलब्ध करा रहे हैं.
आईआईटी कानपुर परिसर के निवासियों के एक समूह ने संस्थान परिसर के आसपास स्थानीय आबादी की कठिनाइयों को देखते हुए एक समूह बनाया. इस स्वयंसेवक समूह में संकाय सदस्य, कर्मचारी और छात्र शामिल हैं. लॉकडाउन के शुरुआती दिनों इस स्वयंसेवक समूह ने लोगों को भोजन के 250 पैकेट वितरित किए.
प्रयासों को मिली सफलता
इसके बाद जैसे-जैसे और लोगों को समूह के बारे में पता चला, कैंपस समुदाय और आईआईटी कानपुर के पूर्व छात्र, समूह के प्रयासों को पूरा करने के लिए कच्चा माल और धन मुहैया कराने के प्रयासों में शामिल हो गए. इसके अलावा संस्थान प्रशासन ने भी पहल के लिए अपना समर्थन दिया. परिणामस्वरूप वितरित किए गए खाद्य पैकेटों की संख्या में पर्याप्त वृद्धि हुई और यह प्रति दिन 800 पैकेट तक पहुंच गया.
उपलब्ध कराया राशन
भोजन के वितरण के दौरान वितरण टीम के सदस्यों ने लोगों से बातचीत की और प्रतिक्रिया के आधार पर निर्णय लिया कि प्रवासी ईंट भट्ठा श्रमिकों और अन्य जरूरतमंद लोगों को राशन प्रदान करना उनकी अल्प आय को पूरा करने के लिए सबसे अच्छा है. इस गतिविधि के दो सप्ताह के भीतर आईआईटी कानपुर समूह ने इन श्रमिकों को लगभग 4000 से अधिक भोजन पैकेट और 5000 किलोग्राम राशन की आपूर्ति की, जिसमें गेहूं का आटा, दाल, चावल, नमक और तेल शामिल है.
जारी रहेंगे प्रयास
कच्चे राशन की आपूर्ति करने के बाद, समूह नानकरी गांव में संचालित सामुदायिक रसोई का सहयोग कर रहा है. उन्हें चलाने के लिए कच्चा राशन उपलब्ध करा रहा है. फिलहाल नानकारी में तीन ऐसे सामुदायिक रसोई संचालित हैं और वे प्रति दिन 1000 से अधिक भोजन पैकेटों की सेवा देते हैं. ये प्रयास कम से कम लॉकडाउन के अंत तक जारी रहेंगे.
ये भी पढ़ें- कानपुर : शहर काजी नूरी ने रमजान को लेकर जारी की गाइडलाइन