कानपुर: शहर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज (जीएसवीएम) में पढ़ने वाली एमबीबीएस सेकेंड ईयर की छात्रा ने छात्रों की कमेंट से आहत होकर टॉयलेट क्लीनर पीकर सुसाइड करने की कोशिश की. गंभीर हालत में दो लड़के एलएलआर हॉस्पिटल में भर्ती कराया. जानकारी मिलने के बाद परिजन मौके पर पहुंच गए. छात्रा को आईसीयू में उसे वेंटीलेटर पर रखा गया है. वहीं, जांच के दौरान पता चला कि छात्रा हॉस्टल से छह महीने से गायब थी. इस मामले की जानकारी के बाद से मेडिकल कॉलेज में हड़कंप की स्थिति है. प्राचार्य डॉ. संजय काला ने इस मामले की जांच शुरू करा दी है. वहीं, परिजनों ने अभी तक पुलिस में मामले की कोई सूचना नहीं दी है.
किदवई नगर वाई-1 ब्लॉक में रहने वाले नरेंद्र सिंह यूपी पुलिस में दारोगा हैं. मौजूदा समय में उनकी तैनाती लखनऊ हाईकोर्ट में है. नरेंद्र की बेटी मौजूदा समय में जीएसवीएम से एमबीबीएस सेकेंड ईयर की पढ़ाई कर रही है. 16 जून की देर रात दो युवकों ने उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था, जहां हालत गंभीर होने पर उसे एलएलआर रेफर कर दिया गया. दोनों युवक तान्या को हैलट लेकर पहुंचे. जब वहां मौजूद चिकित्सकों ने मेडिकल छात्रों से पूछताछ की तो दोनों मौके से फरार हो गए.
इस पूरे मामले पर जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. संजय काला ने बताया कि छात्रा का जब रिकार्ड चेक कराया गया तो सामने आया कि छात्रा को मेडिकल कॉलेज से हॉस्टल एलाट था. मगर, छात्रा हॉस्टल में न रहकर कहीं बाहर रह रही थी. वहीं, जो चिकित्सक छात्रा की देखरेख में लगे हैं, उनका कहना है कि छात्रा ने टॉयलेट क्लीनर पी लिया है. इससे गंभीर संक्रमण की स्थिति बन गई है. छात्रा की हालत गंभीर है. मगर, चिकित्सक लगातार इलाज में लगे हैं. छात्रा से बात करने के बाद ही छात्रों के विषय में जानकारी मिल पाएगी. वहीं, परिजनों का भी यही कहना था कि छात्रा का स्वास्थ्य ठीक होने के बाद पुलिस से संपर्क करेंगे.
एसीपी स्वरूप नगर शिवा सिंह का कहना है कि पुलिस की जानकारी में मामला है. छात्रा दिव्यांग है और उस पर जो लोग कमेंट करते थे, उससे आहत होकर उसने कोई जहरीला पदार्थ खाया है. वहीं, परिजन भी इस मामले को बढ़ाना नहीं चाहते हैं.
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