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कार्डियोलॉजी संस्थान के निदेशक समेत पांच डाक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज - हृदयरोग संस्थान कानपुर

उत्तर प्रदेश के कानपुर में कार्डियोलॉजी संस्थान के निदेशक समेत पांच डाक्टरों के खिलाफ मरीज की मौत पर दर्ज हुई एफआईआर. प्रदेश का एकलौता हृदयरोग संस्थान है कार्डियोलॉजी हॉस्पिटल जहां प्रदेश भर के मरीज इलाज के लिए आते हैं.

मुकदमा दर्ज.
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Published : Sep 20, 2019, 5:22 PM IST

कानपुर: हृदयरोग संस्थान के डाक्टरों के खिलाफ लापरवाही के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है. एफआईआर कार्डियोलॉजी के डायरेक्टर समेत पांच डॉक्टरों के खिलाफ दर्ज की गई है. डॉक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने से हड़कंप मच गया.

मुकदमा दर्ज.
डाक्टरों के खिलाफ लापरवाही के मामले में एफआईआर दर्ज
  • कानपुर के गजेंद्र सिंह ने अपने मौसा बलवीर सिंह को इलाज के लिए 11 सितम्बर को कार्डियोलॉजी अस्पताल में भर्ती कराया था.
  • बलवीर आयुष्मान कार्ड धारक मरीज थे, जिनका 12 सितम्बर को आपरेशन करके दो स्टंट डाले गए थे.
  • गजेंद्र सिंह का आरोप है कार्डियोलॉजी अस्पताल का नाम सुनकर अपने मरीज को यहां लाये थे.
  • डाक्टरों ने लापरवाही की हदे पार करते हुए हमारे ऑपरेशन वाले मरीज को पैदल ही इको टेस्ट कराने लैब भेज दिया.
  • लैब में दो घंटे एक स्टूल पर बैठने से वहीं पर मरीज के स्टंट से ब्लड निकलने लगा इसी दौरान उनको अटैक भी पड़ गया.
  • हम लोग मरीज को लेकर इमरजेंसी आए तो डॉक्टरों ने उनको 45-45 हजार के तीन इंजेक्शन एकसाथ लगा दिए.
  • इस ओवरडोज से मरीज की तुरंत मौत हो गई .

हमारे मरीज के साथ सीधे-सीधे डाक्टरों ने लापरवाही की है. हमारी मांग है कि पुलिस निष्पक्ष जांच करके दोषी डाक्टरों पर कार्रवाई करे.
-गजेंद्र सिंह, मृतक के परिजन

कानपुर: हृदयरोग संस्थान के डाक्टरों के खिलाफ लापरवाही के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है. एफआईआर कार्डियोलॉजी के डायरेक्टर समेत पांच डॉक्टरों के खिलाफ दर्ज की गई है. डॉक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने से हड़कंप मच गया.

मुकदमा दर्ज.
डाक्टरों के खिलाफ लापरवाही के मामले में एफआईआर दर्ज
  • कानपुर के गजेंद्र सिंह ने अपने मौसा बलवीर सिंह को इलाज के लिए 11 सितम्बर को कार्डियोलॉजी अस्पताल में भर्ती कराया था.
  • बलवीर आयुष्मान कार्ड धारक मरीज थे, जिनका 12 सितम्बर को आपरेशन करके दो स्टंट डाले गए थे.
  • गजेंद्र सिंह का आरोप है कार्डियोलॉजी अस्पताल का नाम सुनकर अपने मरीज को यहां लाये थे.
  • डाक्टरों ने लापरवाही की हदे पार करते हुए हमारे ऑपरेशन वाले मरीज को पैदल ही इको टेस्ट कराने लैब भेज दिया.
  • लैब में दो घंटे एक स्टूल पर बैठने से वहीं पर मरीज के स्टंट से ब्लड निकलने लगा इसी दौरान उनको अटैक भी पड़ गया.
  • हम लोग मरीज को लेकर इमरजेंसी आए तो डॉक्टरों ने उनको 45-45 हजार के तीन इंजेक्शन एकसाथ लगा दिए.
  • इस ओवरडोज से मरीज की तुरंत मौत हो गई .

हमारे मरीज के साथ सीधे-सीधे डाक्टरों ने लापरवाही की है. हमारी मांग है कि पुलिस निष्पक्ष जांच करके दोषी डाक्टरों पर कार्रवाई करे.
-गजेंद्र सिंह, मृतक के परिजन

Intro:कानपुर :- कार्डियोलॉजी संस्थान के निदेशक समेत पांच डाक्टरों के खिलाफ मरीज की मौत पर दर्ज हुई एफआईआर ,उत्तर प्रदेश का एकलौता हृदयरोग संस्थान है कार्डियोलॉजी ।

कानपुर में उत्तर प्रदेश के एकलौते हृदयरोग संस्थान कार्डियोलॉजी के डाक्टरों के खिलाफ एक मरीज की मौत में लापरवाही बरतने की एफआईआर दर्ज की गई है |  एफआईआर कार्डियोलॉजी के डायरेक्टर समेत पांच डाक्टरों के खिलाफ दर्ज की गई है  | डाक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने से हड़कंप मच गया है | इस कार्डियोलॉजी हॉस्पिटल में पुरे प्रदेश के साथ साथ आसपास के प्रदेशो के मरीज भी इलाज को आते है यहाँ के बारे में पहले भी इलाज में लापरवाही की शिकायते आती रही है |  





Body:कानपुर के कारवालो नगर के रहने वाले गजेंद्र सिंह ने अपने मौसा बलवीर सिंह को इलाज के लिए ११ सितम्बर को कार्डियोलॉजी में भर्ती कराया था |  बलवीर आयुष्मान कार्ड धारक मरीज थे जिनका १२ सितम्बर को आपरेशन करके दो स्टंट डाले गए |  मरीज को भर्ती कराने वाले गजेंद्र सिंह का आरोप है कार्डियोलॉजी  का नाम सुनकर अपने मरीज को यहाँ लाये थे लेकिन डाक्टरों की लापरवाही से हमारे मरीज की जान चली गई |  १३ सितम्बर को डाक्टरों ने लापरवाही की हदे पार करते हुए हमारे ऑपरेशन वाले  मरीज को पैदल ही इको टेस्ट कराने लैब भेज दिया उनके साथ किसी वार्डबॉय को भी नहीं भेजा | लैब में दो घंटे एक स्टूल पर बैठने से वही पर मरीज के स्टंट से ब्लड निकलने लगा इसी दौरान उनको अटैक भी पड़ गया | हम लोग उनको लेकर इमरजेंसी आये तो डाक्टरों ने उनको पैतालीस पैतालीस हजार के तीन इंजेक्शन एकसाथ लगा दिए | इस ओवरडोज से मरीज की तुरंत मौत हो गई ,परिजनों का आरोप है की हमारे मरीज की मौत में सीधे सीधे डाक्टरों की लापरवाही हुई है  हम लोग इसलिए डाक्टरों पर कार्यवाही कर रहे है ताकि अन्य किसी मरीज के साथ ऐसा न हो  पुलिस निष्पक्ष जांच करके दोषी डाक्टरों पर कार्यवाही करे  | 


कार्डियोलॉजी संस्थान प्रदेश का सबसे बड़ा हृदयरोग संस्थान है यहाँ प्रतिदिन सैकड़ो कार्डिक पेसेंटो का इलाज किया जाता है | यूपी सरकार से हर साल सैकड़ो करोड़ की आर्थिक सहायता इस हॉस्पिटल को दी जाती है | इसके डाक्टरों पर अक्सर मरीजों के इलाज में लापरवाही के आरोप लगते रहे है लेकिन यह पहली बार हुआ की की किसी मरीज की मौत पर संस्थान के डायरेक्टर समेत पांच डाक्टरों पर एफआईआर दर्ज हुई हो | पुलिस ने गजेंद्र सिंह की शिकायत पर धारा ३०४ में एफआईआर दर्ज की है पुलिस का कहना है मामले की जांच करके आगे की  कार्यवाही की जायेगी | 





Conclusion:सरकार आयुषमान मरीजों की निशुल्क इलाज का ढिंढोरा सारी दुनिया में पीट रही है लेकिन सरकारी हास्पिटलो में आज भी आयुष्मान मरीजों का इलाज डाक्टरों की लापरवाही की भेट चढ़ रहा है जरुरत है ऐसे डाक्टरों पर सख्त कार्यवाही करने की | 

बाईट - गजेंद्र सिंह (मृतक के परिजन)   
बाईट - अजीत सिंह (सर्किल इंचार्ज_थाना स्वरुप नगर)   

अखण्ड प्रताप सिंह
कानपुर ।
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